Delhi-Agra Expressway Accident: आग की लपटों में फंसी बसें, शीशा तोड़कर कूदे यात्री, मथुरा हादसे के चश्मदीदों ने सुनाई रोंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती

Delhi-Agra Expressway Accident: ‘बस में लगी आग, जान बचाने को कूदना पड़ा’, दिल्ली–आगरा एक्सप्रेसवे हादसे में बचे यात्रियों के खुलासे

Delhi-Agra Expressway Accident: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में दिल्ली–आगरा एक्सप्रेसवे (Delhi Agra Expressway) पर मंगलवार सुबह जो मंजर देखने को मिला, उसने हर किसी को दहला दिया। घने कोहरे के बीच एक के बाद एक बसें और कारें आपस में टकराती चली गईं और देखते ही देखते कई बसों में भीषण आग लग गई। हादसा इतना अचानक था कि अधिकतर यात्री गहरी नींद में थे और उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। चीख-पुकार, धुआं और आग की लपटों के बीच लोगों ने किसी तरह जान बचाई। इस दर्दनाक सड़क हादसे में चार यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे से बच निकले यात्रियों की जुबानी जो कहानी सामने आई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। तो चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है…

घने कोहरे में हादसे की भयानक घटना/Delhi-Agra Expressway Accident

यह भयावह सड़क हादसा मथुरा (Mathura) के पास दिल्ली–आगरा एक्सप्रेसवे (Delhi Agra Expressway) पर मंगलवार तड़के हुआ। उस समय इलाके में घना कोहरा छाया हुआ था, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई थी। इसी दौरान सात बसें और तीन कारें एक के बाद एक आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कुछ ही पलों में कई बसों में आग लग गई। हादसे के वक्त अधिकांश यात्री बसों में सो रहे थे। अचानक तेज धमाके और झटकों से उनकी नींद खुली, लेकिन तब तक हालात बेकाबू हो चुके थे। सड़क पर अफरा-तफरी मच गई और चारों तरफ धुएं व आग की लपटों ने एक्सप्रेसवे को जकड़ लिया।

‘शीशा तोड़ा और कूद गए’, जान बचाने की जंग

हादसे में बच निकले यात्रियों ने उस खौफनाक मंजर को शब्दों में बयान किया है। औरैया (Auraiya) से दिल्ली (Delhi) जा रहे मुकेश (Mukesh) नाम के यात्री ने बताया कि वे बस में गहरी नींद में थे, तभी अचानक जोरदार आवाज आई और एक के बाद एक झटके महसूस हुए। कुछ ही सेकंड में बस में आग लग गई। उन्होंने कहा कि वे नॉन-एसी बस में थे, इसलिए शीशा तोड़कर बाहर निकल पाए। मुकेश ने बताया कि सामान छोड़कर उन्होंने महिलाओं और बच्चों को पहले बाहर निकाला। हालांकि, उनका लैपटॉप और अन्य सामान आग में जल गया। यात्रियों के मुताबिक, उस वक्त सिर्फ जान बचाना ही सबसे बड़ा लक्ष्य था।

प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी खौफनाक मंजर

एक अन्य यात्री प्रशांत सिंह (Prashant Singh), जो लखनऊ (Lucknow) से दिल्ली जा रहे थे, ने बताया कि आगे कई बसें टकरा चुकी थीं, इसलिए उनके ड्राइवर ने बस रोक दी थी। लेकिन तभी पीछे से तेज रफ्तार वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद आग लग गई और चारों ओर भगदड़ मच गई। उन्होंने बताया कि 15 से 20 वाहन आपस में भिड़े नजर आ रहे थे और सड़क पर जूते, चप्पल और जला हुआ सामान बिखरा पड़ा था। वहीं, जौनपुर (Jaunpur) से दिल्ली आ रहे सुनील कुमार यादव (Sunil Kumar Yadav) ने बताया कि घने कोहरे में बस टकराई और आग लगने के बाद सिलेंडर जैसे धमाके होने लगे, जिससे डर और बढ़ गया।

प्रशासन की कार्रवाई तेज

इस दर्दनाक हादसे में चार यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 25 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। सुनील कुमार यादव ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य अखिलेश प्रताप यादव (Akhilesh Pratap Yadav), जो प्रयागराज (Prayagraj) के रहने वाले थे, इस हादसे में जान गंवा बैठे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और कोहरे के चलते वाहनों की रफ्तार व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा की जा रही है। फिलहाल, यह हादसा एक बार फिर एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर रहा है।

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