Alex Munda Petrol Pump Study: झारखंड की राजधानी रांची में एक छोटा सा बच्चा हर रात पेट्रोल पंप की चमकती रोशनी में किताबें खोलकर बैठता है। नाम है एलेक्स मुंडा, उम्र सिर्फ 8 साल। घर में बिजली नहीं, गरीबी की मार ऐसी कि मां दिन भर पेट्रोल पंप पर मजदूरी करती हैं और रात में उसी पंप की लाइट के नीचे बेटे को पढ़ाती हैं। ये दृश्य देखकर किसी का भी दिल पसीज जाए। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर इस बच्चे का एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में एलेक्स पेट्रोल पंप के बाहर जमीन पर बैठकर कॉपी-किताब लेकर पढ़ाई करता दिख रहा है। उसकी मां नूतन टोप्पो पास ही बैठी उसे समझा रही हैं।
वीडियो पोस्ट करने वाले यूजर सनी शारद ने लिखा था – “रांची के रिंग रोड पर सुकुरहुटू में चौधरी फ्यूल पेट्रोल पंप की रोशनी के नीचे हर रात ये 8 साल का एलेक्स मुंडा पढ़ाई करता है। उसकी मां दिन भर मजदूरी करती हैं और रात में बेटे को पढ़ाती हैं।” इस पोस्ट को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग किया गया। सीएम सोरेन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और जनता की समस्याओं पर तुरंत ध्यान देते हैं। वीडियो देखते ही उनका दिल पिघल गया। उन्होंने 21 दिसंबर 2025 को ट्वीट किया था– @DC_Ranchi संज्ञान लें एवं एलेक्स की पढ़ाई हेतु हर संभव मदद पहुंचाते हुए सूचित करें।

ये ट्वीट जैसे ही आया, पूरी प्रशासनिक मशीनरी हरकत में आ गई। रांची के डिप्टी कमिश्नर (कलेक्टर) मंजूनाथ भजंत्री ने तुरंत एक्शन लिया।
कलेक्टर ने बुलाया मां-बेटे को, किए बड़े ऐलान/Alex Munda Petrol Pump Study
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रांची कलेक्टर ने एलेक्स और उसकी मां नूतन टोप्पो को अपने ऑफिस बुलाया। वहां उनकी पूरी स्थिति समझी गई। एलेक्स के पिता कुछ साल पहले गुजर चुके हैं, घर में कोई कमाने वाला नहीं। मां अकेली दिन-रात मेहनत करके बेटे को पढ़ा रही हैं। कलेक्टर साहब खुद भावुक हो गए जब मां ने अपनी परेशानियां बताईं।
कलेक्टर ने तुरंत कई बड़े फैसले लिए। पहला – एलेक्स की पढ़ाई पूरी तरह फ्री होगी। सरकार उसकी पूरी एजुकेशन का खर्च उठाएगी। दूसरा – हर महीने 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप दी जाएगी, ताकि पढ़ाई में कोई कमी न आए। तीसरा – परिवार को अपना घर मिलेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना या दूसरी सरकारी स्कीम के तहत उन्हें पक्का मकान दिया जाएगा, जहां बिजली भी होगी और बच्चा आराम से पढ़ सकेगा।
कलेक्टर ने कहा कि एलेक्स जैसे मेधावी और मेहनती बच्चे झारखंड का भविष्य हैं। उनकी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। अब एलेक्स को पेट्रोल पंप की रोशनी नहीं, बल्कि अपने घर की लाइट में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
गरीबी से लड़ते बच्चों की कहानी हमें सिखाती है बहुत कुछ
ये कहानी सिर्फ एलेक्स की नहीं, बल्कि हजारों ऐसे बच्चों की है जो गरीबी के बावजूद पढ़ाई नहीं छोड़ते। एलेक्स का जज्बा देखकर लगता है कि अगर थोड़ी सी मदद मिल जाए तो ये बच्चे कितना आगे बढ़ सकते हैं। मां नूतन टोप्पो का संघर्ष भी कम नहीं। दिन भर मजदूरी के बाद रात में बेटे को पढ़ाना – ये मां का प्यार और फर्ज दोनों है। आदिवासी समुदाय से आने वाले इस परिवार की मुश्किलें आम हैं, लेकिन अब सरकार ने हाथ थाम लिया है।
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार गरीबों और आदिवासियों के लिए कई योजनाएं चला रही है। जैसे गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, माईयां सम्मान योजना और अब ऐसे बच्चों के लिए तुरंत मदद। सीएम का ये फैसला दिखाता है कि सोशल मीडिया सिर्फ मनोरंजन का नहीं, बल्कि समस्याओं के समाधान का भी जरिया बन सकता है।
अब एलेक्स का सपना पूरा होगा
आज एलेक्स के पास सिर्फ पेट्रोल पंप की मद्धम रोशनी नहीं रही। उसके भविष्य में अब एक उज्ज्वल घर, अच्छी पढ़ाई और बड़ा सपना है। शायद वो डॉक्टर बने, इंजीनियर बने या कुछ और – लेकिन अब रास्ता आसान हो गया है। कलेक्टर ने वादा किया है कि एलेक्स की प्रोग्रेस पर नजर रखी जाएगी और जरूरत पड़ी तो और मदद दी जाएगी।










