Draupadi Devi 6th Death Anniversary Gomia : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड में स्थित हजारी पंचायत के वैध टोला बस्ती द्रोपदी लॉज में भाजपा की लोकप्रिय नेत्री स्वर्गीय द्रौपदी देवी की छठवीं पुण्यतिथि बड़े ही शांतिपूर्ण और भावपूर्ण तरीके से मनाई गई। इस मौके पर आसपास के कई गांवों से ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे और दिवंगत नेत्री को श्रद्धांजलि दी। द्रौपदी देवी जी समाजसेवा और भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती थीं। उनकी याद में आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों की आंखें नम हो गईं, जब उनके योगदान को याद किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह से ही हो गई थी। वैध टोला बस्ती में एक सादा लेकिन भावुक माहौल बनाया गया था। जगह-जगह फूलों से सजावट की गई और द्रौपदी देवी जी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। आसपास के ग्रामीण महिलाएं, पुरुष और बच्चे सुबह से ही इकट्ठा होने लगे। सभी ने मिलकर प्रार्थना की और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दुआएं मांगीं। कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, कोई हंगामा या शोर-शराबा नहीं था। लोग चुपचाप बैठे और द्रौपदी देवी के जीवन के बारे में बातें करते रहे।

मुख्य अतिथियों और समाजसेवियों की उपस्थिति ने बढ़ाई रौनक

इस पुण्यतिथि कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग शामिल हुए। मुख्य रूप से पूजा महतो, लक्ष्मण नायक, सैफ अली, जितेंद्र त्रिपाठी, मुखिया तारामणि भोक्ता, चंद्रदीप पासवान, धनंजय सिंह, तिलु पांडे, जिला परिषद सदस्य आकाश लाल सिंग और रघुनाथ प्रजापति जैसे लोग मौजूद रहे। इन सभी ने द्रौपदी देवी जी को याद करते हुए उनके समाजसेवा के कार्यों की तारीफ की। हर एक ने दो-चार शब्द कहे और बताया कि द्रौपदी देवी कैसे गरीबों की मदद करती थीं, गांव के विकास में योगदान देती थीं और भाजपा के माध्यम से लोगों की समस्याओं को उठाती थीं।
पूजा महतो ने कहा कि द्रौपदी देवी जी एक सच्ची समाजसेवी थीं, जो हमेशा जरूरतमंदों के साथ खड़ी रहती थीं। लक्ष्मण नायक ने उनके राजनीतिक जीवन को याद किया और बताया कि भाजपा में वे कितनी सक्रिय थीं। सैफ अली और जितेंद्र त्रिपाठी ने भी उनके निस्वार्थ सेवा भाव की प्रशंसा की। मुखिया तारामणि भोक्ता ने गांव के विकास में उनके योगदान को सराहा। चंद्रदीप पासवान और धनंजय सिंह ने कहा कि उनकी कमी आज भी खलती है। तिलु पांडे और जिला परिषद आकाश लाल सिंग ने युवाओं को प्रेरणा देने की बात कही। रघुनाथ प्रजापति ने सभी को एकजुट रहने का संदेश दिया। इन सभी के बोल सुनकर उपस्थित ग्रामीण भावुक हो गए। कई लोगों की आंखों में आंसू आ गए।
गरीबों में कंबल और साड़ी वितरण, परंपरा का निर्वहन

द्रौपदी देवी जी के पति हरी प्रजापति जी ने हर साल की तरह इस साल भी अपनी पत्नी की स्मृति में गरीबों की मदद की। उन्होंने ठंड के मौसम को देखते हुए गरीब परिवारों में कंबल और महिलाओं को साड़ियां बांटीं। यह देखकर सभी ने तालियां बजाईं और हरी प्रजापति जी की सराहना की। हरी जी ने कहा कि उनकी पत्नी हमेशा गरीबों की मदद करती थीं, इसलिए यह परंपरा वे जारी रखेंगे। कंबल पाकर गरीब लोग बहुत खुश हुए। कई महिलाओं ने साड़ी लेकर द्रौपदी देवी जी को याद किया और कहा कि उनकी आत्मा को शांति मिले।
यह वितरण कार्यक्रम का सबसे भावुक हिस्सा था। ठंड में कंबल मिलना गरीबों के लिए बड़ी राहत है। हरी प्रजापति जी ने खुद हाथों से कंबल और साड़ियां बांटीं। आसपास के गांवों से आए लोग भी इस नेक काम में शामिल हुए। इस से गांव में एकता और भाईचारे का संदेश गया। द्रौपदी देवी जी की समाजसेवा की मिसाल आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
द्रौपदी देवी का जीवन और योगदान
द्रौपदी देवी जी भाजपा की सक्रिय नेत्री थीं। गोमिया प्रखंड के हजारी पंचायत में वे काफी लोकप्रिय थीं। वैध टोला बस्ती और आसपास के इलाकों में वे गरीबों, महिलाओं और जरूरतमंदों की मदद के लिए जानी जाती थीं। भाजपा के माध्यम से वे गांव के विकास के कामों में लगी रहती थीं। उनकी मौत के बाद भी उनके परिवार वाले उनकी परंपरा को निभा रहे हैं। छठवीं पुण्यतिथि पर इतने लोग आना यह दिखाता है कि वे लोगों के दिल में आज भी जिंदा हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि द्रौपदी देवी जी हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से काम करती थीं। कभी झगड़ा या विवाद नहीं करती थीं। उनकी यही आदत कार्यक्रम में भी दिखी। पूरा आयोजन शांत और अनुशासित रहा। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी ने हिस्सा लिया। महिलाओं की संख्या भी काफी थी। यह कार्यक्रम न सिर्फ श्रद्धांजलि था बल्कि समाजसेवा का संदेश भी देता था।
कार्यक्रम का समापन और संदेश
कार्यक्रम का समापन प्रार्थना और प्रसाद वितरण से हुआ। सभी ने मिलकर द्रौपदी देवी जी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। हरी प्रजापति जी ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि अगले साल भी इसी तरह कार्यक्रम होगा। ग्रामीणों ने घर लौटते समय कहा कि ऐसे आयोजन से गांव में अच्छा माहौल बनता है। भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद की।










