अचानक सरकारी अस्पताल पहुंच गए कलेक्टर, नहीं मिला स्टॉफ तो लिया एक्शन

रिपोर्ट : नासिफ खान

मध्य प्रदेश के इंदौर में कलेक्टर आशीष सिंह ने सुबह जिला अस्पताल, संजीवनी क्लीनिक और आंगनवाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में डॉक्टर और अन्य स्टाफ अनुपस्थित पाये गए।कलेक्टर आशीष सिंह ने अनुपस्थित पाए गए डॉक्टर और अन्य स्टाफ के विरुद्ध तुरंत ही कार्रवाई की है।

निरीक्षण के दौरान उपस्थिति रजिस्टर चेक करने पर 26 डॉक्टर्स में से 11 डॉक्टर्स अनुपस्थित मिले जिनका उपस्थिति समय सुबह 9 बजे है एवं अस्पताल ओपीडी प्रारंभ होने का समय भी सुबह 9 बजे है। वहीं आयुष विंग के कुल 6 स्टाफ में से तीन अनुपस्थित पाये गये। तीन आयुष डॉक्टर्स भी अनुपस्थित मिले। नर्सिंग स्टाफ 39 में से 7 अनुपस्थित पाये गये। कलेक्टर द्वारा ज़िला अस्पताल के निर्माण कार्य की भी समीक्षा के गई।

कलेक्टर आशीष सिंह ने जिले के सभी डॉक्टर्स और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वे अपने निर्धारित समय पर अस्पताल में मौजूद रहे। निर्धारित समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने वाले स्टाफ के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एक-एक दिन के वेतन काटने की कार्रवाई की जाएगी।

आयुष विंग के आयुष विशेषज्ञ डॉ शीतल सोलंकी, चिकित्सक बख्तियार अशरफी, कंपाउंडर कांजीलाल दामले का एक एक दिन का वेतन काटा जाएगा। उन्हें शो कॉज नोटिस देने की कार्रवाई भी की जाएगी।

आरएमओ का एक माह का वेतन राजसात

आरएमओ डॉ. सतीश नीमा का एक माह के वेतन को राजसात किया जायेगा। आरएमओ जिला अस्पताल की ज़िम्मेदारी होती है की वे अस्पताल के डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित करें। आरएमओ को भी नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर आशीष सिंह ने अपने भ्रमण के दौरान पंचशील नगर तथा आजाद नगर स्थित संजीवनी क्लिनिक और आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्लीनिक और आंगनबाड़ी केंद्र की विभिन्न व्यवस्थाओं को देखा।आंगनवाड़ी पंचशील नगर में पंजीकृत 103 बच्चों में से केवल 1 बच्चा उपस्थित पाया गया। कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों को निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दूर करते हुए व्यवस्था सुधार के निर्देश दिए।

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