हरदोई जिला के मुसलमानों ने पुष्प वर्षा कर लगाएं जय श्री राम के नारे…. आखिर क्या पूरा मामला ?

उत्तर प्रदेश के हरदोई नगर जिला से एक खुश कर देने वाली घटना सामने आ रही है, यह ऐसी घटना है, जिसको सुनकर पूरे देश के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं , शायद हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा ऐसे ही भारत का निर्माण करना चाहते थे, यह एक ऐसी घटना है, जो कि, सभी हिंदुस्तानियों के लिए एक सिख के रूप में सामने आई है।

राम बारात के शुभ अवसर पर मुस्लिमों ने किया फूल बरसाकर स्वागत..

उत्तर प्रदेश के हरदोई में हर साल की भाती किस वर्ष भी रामलीला कमेटी की ओर से पूजा अर्चना करने के बाद भगवान राम की बारात निकाली गई. इस पावन शुभ अवसर पर और रिहायशीइलाकों पर पहुंची, तब एक ऐसा छड देखने को मिला. जिसको देखकर सभी का मन प्रफुल्लित हो गया. आपको बता दे की बात ऐसी है जब भगवान राम लाल की बारात मुसलमानी रिहायशी इलाकों पर पहुंची. तो मुसलमान भाइयों ने भगवान राम की बारात का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया, वे यहीं पर नहीं रुके साथ ही जय श्री राम के नारे लगाकर बारात का स्वागत अभिनंदन भी किया। हम आपको बताते चलें कि? मुस्लिम समुदाय की ओर से भगवान राम की बारात के शुभ अवसर पर वह कई सालों से ऐसा करते आ रहे हैं।

इस वर्ष भी सभी धर्म के लोगों का खास आकर्षण रहा..

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में विगत वर्षों की भाती इस बार भी डेढ़ सौ साल पुरानी भगवान श्री राम की बारात का स्वागत मुस्लिम समुदाय ने जय श्री राम का उद्घोष करते हुए किया, साथ ही फूल बरसाकर स्वागत किया. हरदोई में रामलीला कमेटी की ओर से नुमाइश मेले की शुरुआत में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के पश्चात राम बारात निकाली गई। इस रामलीला के कार्यक्रम को देखने के लिए हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय में भी खास आकर्षण देखने को मिल रहा था।

स्वतंत्रता के आंदोलन में खास योगदान रहा

यहां के बड़े बुजुर्गों का मानना है कि इस राम बारात का स्वतंत्रता के आंदोलन में खास योगदान रहा. तब से लेकर आज तक हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम धर्म के लोग भी जय श्री राम का नारा लगाते हुए राम बारात का स्वागत करते हैं. हमारे सभी देवी, देवताओं पर अपर पुष्पों की वर्षा कर स्वागत करते आ रहे हैं. मुस्लिम भाई वर्षों से यह सब करते आ रहे हैं. यहां के मुस्लिम सैकड़ों सालों से साल भर राम बारात का इंतजार करते हैं.

सैकड़ो साल से चलती आ रही है, यह प्रथा..

उत्तर प्रदेश मैं स्थित हरदोई शहर में नुमाइश मैदान में लगने वाले मेले का अपना पौराणिक ऐतिहासिक महत्व भी सुनने को मिलता है. यहां नुमाइश मैदान पर सैकड़ों सालों से रामलीला का मंचन मेले की शुरुआत से ही होने लगता है. यहां के बड़े, बुजुर्गों का कहना है कि यह मेला पूरे प्रदेश के मेलों की जननी है. साथ ही बुजुर्गो का मनमयः भी है, यहां से ही उखड़ कर यह मेला और उसकी दुकान अलग-अलग स्थानों पर लगने वाले मेले में जाते हैं. होली से पहले लगने वाले इस विशाल मेले में आकर्षण का केंद्रा रामलीला का मंचन होता है. इससे ज्यादा आकर्षण देखने वालों के बीच होता है.

मेले में मुस्तैद दिखाई पुलिस..

हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन हमसे बात करते हुए, बताया कि हरदोई के नुमाइश मैदान में लगने वाला यह मेला भव्य और दिव्य है. इस मेले की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मेले में खास कोतवाली का निर्माण मेला रहने तक किया जाता है. मेले क्षेत्र के भागों में सीसीटीवी की खास व्यवस्था प्रशासन ने की है. सुरक्षा व्यवस्था को चक-चौबंद रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों तैनात किया जाता है।

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