रिपोर्ट : विक्रम प्रजापति
बोकारो जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी समेत 16 जिलों के जिला परिषद अध्यक्ष का तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं केरल पंचायतीराज मॉडल का जायज़ा। ग्राम पंचायत/जिला परिषद क्षेत्र का दौरा कर फंड,फंक्शन,गांवों के विकास और फंक्शनरीज का तकनीकी का लेंगे महत्वपूर्ण जानकारी। झारखण्ड के पंचायती राज व्यवस्था का कमान संभाल रहे, जिला परिषद अध्यक्ष गण केरल के पंचायती राज व्यवस्था का शैक्षणिक भ्रमण कर जानकारी ग्रहण के लिए केरल में तीन दिवसीय आवासीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए झारखण्ड के 17 जिलों के जिला परिषद अध्यक्ष केरल पहुंचा चुके है। जिसमें बोकारो से जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती सुनीता देवी जी भी इस भ्रमण टीम में शामिल है। उन्होंने जानकारी दी कि पंचायती राज व्यवस्था का केरल मॉडल होना चाहिए । केरल में पंचायती राज व्यवस्था काफी बेहतर है और वहाँ के जनप्रतिनिधियों को योजनाओं का क्रियान्वयन से लेकर योजना निर्माण और फंड का इस्तेमाल में तकनीकी और भौतिक रूप कोई कठिनाई नही होती है। श्रीमती देवी जी यह भी बताई कि केरल इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन (KILA) के जरिये 3 दिनों तक शैक्षणिक भ्रमण बहुत कुछ जानकारी मिली है जिसे मैं बोकारो जिला के पंचायती राज के सभी जनप्रतिनिधियों से शेयर करूंगी। उन्होंने बताया कि केरल के एक ग्राम पंचायत और जिला परिषद का दौरा किया मैंने देखा कि केरल के पंचायती राज गांव में नगर निगम की तरह गांव को सजाते एवं विकास करने का मोका यहां की सरकार पंचायत के प्रतिनिधियों को देते हैं। इसमे जिला परिषद सदस्य के अंतर्गत फंड, सम्मन की कोई कमी नहीं होती है साथ ही फंक्शन और फंक्शनरीज के बारे में जानकारी दिया गया । इस शैक्षणिक भ्रमण से झारखण्ड के पंचायती राज व्यवस्था के जिले में कमान संभाल रहे जिला परिषद अध्यक्षो को तकनीकी रूप से केरल मॉडल का लाभ अपने झारखंड के गांव में होना चाहिए। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि शैक्षणिक भ्रमण में झारखण्ड के मेरे सहित 17 जिला परिषद अध्यक्ष पहुंचे हैं। जिससे राँची, खूँटी, गुमला, लोहरदग्गा, रामगढ़, धनबाद, कोडरमा, हज़ारीबाग, दक्षिण सिंघभूम, सरायकेला खरसावां, लातेहार, गढ़वा, गोड्डा, साहेबगंज, पाकुड़ झारखंड पंचायती राज के नोडल पदाधिकारी आदित्य रंजन भी शामिल है।