● पेयजल आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, संभावित समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की गई
● गर्मी के मौसम में पेयजल व्यवस्था निर्बाध और सुचारू बनी रहे, पेयजल संबंधी समस्याओं का हो त्वरित निराकरण : उपायुक्त
गिरिडीह : ग्रीष्मकाल में पेयजल आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं अन्य समस्याओं के त्वरित निराकरण को लेकर आज समाहरणालय सभागार में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में पेयजल आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, संभावित समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की गई। जिसमें विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई, ताकि उनकी कार्यप्रणाली और प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जा सके। इस दौरान ग्रीष्मकाल के दौरान संभावित पेयजल समस्याओं, जैसे कि पानी की कमी, खराब गुणवत्ता, आदि की पहचान की गई तथा पहचानी गई समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई, जैसे कि जल संरक्षण, भूजल प्रबंधन, और वैकल्पिक पेयजल स्रोतों का उपयोग। इसके साथ ही उपायुक्त ने कहा कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में चापाकल खराब है, उनकी मरम्मती जल्द कराएं तथा जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में चापाकल है ही नहीं वहां चापाकल का अधिष्ठापन जल्द से जल्द कराएं।
बैठक में समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने कहा कि पेयजल जीवन की जरूरत से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण विषय है। इसको दृष्टिगत रखते हुए पेयजल संबंधी समस्याओं को प्राथमिकता में रखा जाना चाहिए। गर्मी के मौसम को देखते हुए ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि हर हाल में पेयजल व्यवस्था सुचारू और निर्बाध बनी रहे। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले में खराब चापाकलों/नलकूपों और जलमीनारों की स्थिति की जानकारी ली तथा सभी चापाकलों और जलमीनारों को जल्द से जल्द दुरुस्त कर जलापूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। ताकि आमलोगों को पेयजलापूर्ति आसानी से उपलब्ध हो। साथ ही गर्मी के दिनों में किसी को पेयजल की संकट से जूझना न पड़ें। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में चापाकलों और जलमीनारों की स्थिति से अवगत हो ले, खराब चापाकलों की मरम्मती कराएं। साथ ही उप नगर आयुक्त को भी निर्देश दिया गया कि नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत पेयजल की समस्या न हो, यह सुनिश्चित करें। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल संबंधी समस्याओं का त्वरित निराकरण ही प्राथमिकता होनी चाहिए, जिससे कि ग्रामीणों को पेयजल का प्रबंधन किया जा सकें। बैठक में उप विकास आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, गिरिडीह जिला, उप नगर आयुक्त, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1/2, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, गिरिडीह जिला, कार्यपालक पदाधिकारी, धनवार नगर पंचायत एवं बड़की सरैया नगर पंचायत समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।