अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल दुसरे दिन सफल वार्ता के बाद समाप्त
समझौता वार्ता में मुख्य भूमिका ने नजर आये बेरमो बीडीओ
वार्ता में सीसीएल कथारा जीएम के अलावे सीसीएल के अन्य अधिकारी भी रहे उपस्थित
बीडीओ व जीएम ने अपने हाथों से जूस पिलाकर भूख हड़ताल किया समाप्त
रिपोर्ट : अविनाश कुमार
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 27 मई से बोकारो जिला के सीसीएल कथारा महाप्रबंधक कार्यालय के समीप अवॉर्डी मजदूरों ने अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल शुरू किया था। अवार्डधारी मजदूर नियोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे थे । इस दौरान प्रबंधन के साथ संपन्न वार्ता पहले दिन विफल हो गया। एक महिला हड़ताली की पहले ही दिन हालत खराब हो गयी। इस संबंध में भूख हड़ताल पर बैठे सीसीएल कथारा क्षेत्र के स्वांग वाशरी स्लरी सेल के अवॉर्डी मजदूरों का कहना है कि प्रबंध नियोजन देकर पूरी तरह से हम सभी अवॉर्डी मजदूरों की मांगों को पूरा करें। मजदूरों का कहना था कि प्रबंधन हमारी मांग को जब तक नहीं मानेगी तब तक हम सभी मजदूर भूख हड़ताल जारी रखेंगे। आंदोलनकारी महिला की तबीयत बिगड़ने की खबर प्रकाशितसत्यता को जांचने के बाद प्रशासन व प्रबंधन के आला अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया कि आंदोलनकारियों से वार्ता कर आज किसी भी किमत पर उक्त हड़ताल समाप्त करवाये। इस आदेश के पारित होते ही दोनो थानों की पुलिस, बेरमो प्रखण्ड विकास पदाधिकारी भागे भागे आंदोलन स्थल पर पहुचे और आंदोलनकारियों से समझौता वार्ता में जुट गए। कई दौर की बातचीत व आंदोलनकारियों की मांगो को आखिरकार सीसीएल प्रबंधन ने माना और एक मिनिट्स बनाकर आंदोलनकारियों को दिया जिसमे लिखा गया है कि इस मामले को न्यायालय का जो भी निर्देश मिलेगा सीसीएल उस पर अमल करेगी। इस फैसले से आंदोलनरत मजदूर शांत हुए और आंदोलन समाप्ति की घोषणा की। जिसके बाद बेरमो बीडीओ और कथारा जीएम स्वंय अपने हाथों जूस पिलाकर भूख हड़ताल को खत्म किया। इस सफल वार्ता में बेरमो बीडीओ के अलावे कथारा जीएम संजय कुमार, बोकारो थर्मल थाना सहायक अवर निरीक्षक अरबिंद मेहता, कथारा ओपी प्रभारी राजेश प्रजापति, प्रबंधन की ओर से क्षेत्र के प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन माधुरी मडके, कार्मिक प्रबंधक गुरु प्रसाद मंडल, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, मजदूर प्रतिनिधि सह झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन नेता मुमताज आलम के बीच वार्ता की गई, जिसमें बताया गया कि प्रबंधन ट्रिब्यूनल के निर्णय की अवहेलना कर रही है और अबतक स्लरी मजदूरों का सत्यापन तक नहीं की है। जबकि प्रबंधन के अनुसार झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा वास्तविक मजदूरों का सत्यापन करना है। इसके बिना नियोजन संभव नहीं है। वार्ता में शामिल हड़ताली मजदूरों का आरोप था कि प्रबंधन जान बूझकर दोषी नेताओं तथा फर्जी मजदूरों को बचा रही है। जिसके कारण यह मामला अबतक अधर में लटका है। हड़ताली मजदूरों का आरोप था कि नौकरी से बर्खास्त किए गये फर्जी मजदूरों तथा नेताओं के खिलाफ प्रबंधन क्यों नहीं कानूनी कार्रवाई की है। जबकि फर्जी तरीके से नियोजन मेंफर्जी मजदूरों तथा नेताओं के खिलाफ प्रबंधन क्यों नहीं कानूनी कार्रवाई की है। जबकि फर्जी तरीके से नियोजन में संलिप्त एक आरोपी न्यायालय के आदेश पर जेल की हवा खा चुका है। मजदूर नियोजन देने तक भूख हड़ताल करने पर अड़ गये थे। बताया जाता है कि नियोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठी महिला गंगा बाई की संध्या लगभग छह बजे अचानक तबियत बिगड़ गयी। सूचना के बाद धरना स्थल पर पहुंचकर क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ एम एन राम द्वारा महिला की स्वस्थ जांच कर आवश्यक दवा दी गयी। ध्यान देने योग्य है कि भूख हड़ताल के पहले दिन हीं रात्रि में रुक रुककर हो रही बारिश के बीच मेघ गर्जन के कारण मजदूरों में भय देखा जा रहा था । प्रबंधन द्वारा इस ओर हड़ताली मजदूरों की रक्षा को लेकर किसी प्रकार की पहल नहीं की गयी थी। जबकि संध्या बेला में बोकारो थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर पिंकू कुमार यादव, पुलिस अवर निरीक्षक अजीत कुमार सिंह धरना स्थल पहुंचकर मजदूरों की स्थिति से अवगत हुए, साथ हीं पुलिस अवर निरीक्षक पंकज कुमार अपने सहयोगी व् पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर कैंप किए है। बहरहाल इतना बड़ा और उग्र आंदोलन बेरमो बीडीओ की सुझबुझ के कारण वार्ता सफल हुआ बीना किसी अंहोनी के पर स्थिति ऐसी थी मानों यह भूख हड़ताल किसी अहित घटना घटा कर ही दम लेगी। वार्ता के बाद मजदूरों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन अगर अपनी वादे पर कायम नही रहती है, तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा और उग्र आंदोलन देखने को मिल सकता है।
मौके उपरोक्त लोगों व अधिकारियों के अलावे अवार्ड धारी मजदूर अशोक कुमार शर्मा, परशुराम महतो, जानकी महतो, जाकिर अंसारी, लकीराम महतो, नीलकंठ धोबी, कार्तिक भुईयां, किट्टू रविदास, टेकलाल प्रजापति, कैला गंजू आदि शामिल है, जबकि मजदूर प्रतिनिधि मुमताज आलम, अरबिंद सिन्हा, पीतांबर राम आदि उनके समर्थन में नजर आए।