भ्याना में पंचायत की लापरवाही:सड़क पर बह रहा घरों से निकला गंदा पानी, कीचड़ से हो रही समस्या
ग्राम पंचायत की अनदेखी व लापरवाही कीचड़, गंदगी को लेकर कीरो की झोपड़िया वासी बहुत परेशान
सारंगपुर : ग्राम पंचायतों की लापरवाही के कारण लोगों को कीचड़ और गंदगी से राहत नहीं मिल पा रही है। ग्राम पंचायत भ्याना के छात्र-छात्राएं एवं लोग कीचड़ में निकलने को आज भी मजबूर है। पंचायत भ्याना की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतान पड रहा। ग्राम की भोली, भाली गरीब जनता को डेगू, मलेरिया फैलने का अंदेशा बना हुआ। सरकार द्वारा समय पर बहुत सी योजनाएं चलाकर ग्रामीणों की स्थिति सुधारने का प्रयास किया जाता है लेकिन पंचायत प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देने योजनाएं क्रियान्वति नहीं हो पाती है। क्षैत्र की बड़ी पंचायत होने से सबसे ज्यादा बजट आता लेकिन बजट उपयोग कहा होता वो तो राम ही जाने अधिकारी जांच करें तो पता चले।
ग्राम पंचायत भ्याना में सीसी सड़क की हालत बेहद खराब है जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में कीचड़ हो जाने के कारण लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भ्याना का यह सीसी सड़क काफी समय से खराब है लेकिन सरपंच की लापरवाही के कारण आज तक इस पर मरम्मत कार्य नहीं किया जा सका है।
ग्रामीणों ने बताया ग्राम पंचायत भ्याना की आदिवासी कॉलोनी में छात्र-छात्राओं को आने-जाने में हो रही परेशानी पूरे बाजार में कीचड़ ही कीचड़ एवं पानी भरा होने के कारण छात्र-छात्रा निकलने में मजबूर हो रहे हैं। घर के सामने कीचड़ होने से बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं हमेशा उनका कीचड़ का डर हम बना रहता है और बच्चे स्कूल जाने से मना कर रहे हैं । जब भी विकास की बात आती है, तो ग्रामीण क्षेत्र हमेशा पीछे रह जाता है सरकार की अनेक प्रकार की योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। ग्रामीण लोग क्योंकि ग्राम पंचायत के जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं देते हैं। इस कारण गरीब बस्ती या गरीब हितग्राही को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसी तरह आदिवासी बस्ती जो दशहरा मैदान से लेकर दया खेड़ी जोड़ तक रोड बना है। उसमें ग्राम पंचायत की लापरवाही के कारण रहवासी पानी में परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे बच्चे स्कूल नहीं जाते कीचड़ में उतरना नहीं चाहते इसलिए हम चाहते हैं कि रोड का जल्दी से जल्दी निराकरण हो, जिसे हमें आने-जाने में सुविधा हो सके।