हेमंत सोरेन की रिहाई नहीं हुई तो आदिवासी मूलवासी व्यापक उग्र आंदोलन करने को तैयार -योगेंद्र

बेरमो/ललपनिया : झारखंड राज्य पिछड़ा आयोग अध्यक्ष  सह झामुमो केंद्रीय सचिव,प्रवक्ता सह गोमियाके लोकप्रिय पूर्वविधायक योगेंद्र प्रसाद महतो व लोकप्रिय पूर्वविधायक बबीता देवी जी गोमिया प्रखंड क्षेत्र फुटकाडीह बाजारटांड़ पहुंचे। झारखंड के लोकप्रिय पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की रिहाई एवं न्याय की मांग को लेकर झामुमो गोमिया के तत्वाधान में आयोजित न्याय यात्रा में मुख्य रूप से शामिल हुए। नेताद्वय ने न्याय यात्रा के तहत हजारों लोगों केसाथ आगे आगे मार्च किया। केंद्र सरकार की तानाशाही के खिलाफ जमकर नारे बाजी भी की।लगभग 5 किमी की इस न्याय यात्रा में पैदल मार्च करते हुए सभी केरी स्थित स्व.रामदास सोरेन चौक पहुंचे।

जहां माननीय नेताद्वय ने स्व रामदास सोरेन को प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात आयोग के अध्यक्ष श्री महतो ने कहाकि केंद्र की सरकार घमंड के आकंठ में डूबी हुई है। कहा कि देश को तानाशाही के जरिए चलाना चाह रही है। लोकतांत्रिक तरीके से जब एक आदिवासी युवा मुख्यमंत्री हेमंत जी से ये लोग नहीं सके तो सत्ता के हनक के तहत साजिशों का ताना बाना बुन जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए हेमंत बाबू को जेल भेजने का काम किया है। लेकिन झारखंड की सवा 3 करोड़ जनता सजग है।केंद्र के इशारे पर हुए सारे खेल को समझ चुकी है और आगामी चुनावों में इसकी भारी कीमत भाजपा को चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जल्द हेमंत जी की रिहाई नहीं हुई तो आदिवासी मूलवासी व्यापक उग्र आंदोलन करने को तैयार हैं। पूर्व विधायक बबीता देवी ने भी कहा कि जब से हेमंत जी की सरकार बनी थी उस समय से भाजपाको यह पच नहीं रहा था और हर दिन सरकार गिरने और गिराने की बात करते रहे।लेकिन हेमंत सोरेन जी ने स्वाभिमानको झुकने नहीं दिया और उनकी दिलेरी से डर कर केंद्र के इशारे पर उन्हें जेल में डाला गया है। लेकिन इसका भारी खामियाजा भाजपा को झेलना पड़ेगा।इस मौके पर भारी संख्या में कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे।

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