बछरावां थानाध्यक्ष व प्राचार्य की प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित ने एसपी से की शिकायत

बछरावां रायबरेली : मंदिर के विवाद को लेकर एक पीड़ित पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुंचकर शिकायती पत्र दिया है और जांच कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है। बछरावां थाना अध्यक्ष व दयानंद पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सुभाष चंद्र श्रीवास्तव एवं बछरावां कोतवाली प्रभारी बृजेंद्र प्रसाद शर्मा की प्रताड़ना से तंग होकर पीड़ित पुजारी पहुंचा पुलिस अधीक्षक की चौखट पर लगाई न्याय की गुहार। जानकारी के अनुसार आपको बताते चले की बछरावा कस्बे के दयानंद पीजी कॉलेज के प्रांगण में माधव सेवा ट्रस्ट द्वारा निर्मित मंदिर के पुजारी यमुना सहाय विगत 45 वर्षों से मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं। पुजारी यमुना सहाय की मानी जाए तो उनका कहना है, कि मंदिर के समस्त व्यवस्था की जिम्मेदारी मेरे पास है। एक दिन मंदिर की जर्जर अवस्था को देखकर कस्बे के वरिष्ठ व्यवसाई राजेंद्र कुमार सोनी ने मंदिर में टाइल्स लगवाने की बात मुझसे कहीं।

जिसको लेकर मैंने ट्रस्ट के मुखिया अधिवक्ता धीरेंद्र सिंह से आज्ञा ली और उनके आदेशानुसार मंदिर में टाइल्स लगवाने का काम पूरा किया गया। परंतु 8 मार्च 2024 को समय दोपहर करीब 2:00 के आसपास जब मंदिर में टाइल्स लगवाने का काम चल रहा था। तभी महाविद्यालय के प्राचार्य सुभाष चंद्र श्रीवास्तव मंदिर पर आ गए और उन्होंने टाइल्स हटवाने की बात कही। जब मैंने टाइल्स न हटवाने के लिए कहा तो उन्होंने मेरे ऊपर पुलिसिया कार्यवाही करने की बात कही और उनके साथ मौजूद शिक्षक लवपाल सिंह व उनके साथ मौजूद तीन-चार लोग भी मुझे मारने की धमकी देने लगे। उक्त घटनाक्रम से आहत होकर जब मैंने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1076 पर शिकायत संख्या 9241 580 0005722 पर अपने साथ घटित हुई संपूर्ण घटना की जानकारी दी, तो तत्पश्चात दूसरे दिन मुझे बछरावां थाने से कोतवाली प्रभारी द्वारा फोन कर कोतवाली आने के लिए कहा गया। जब मैं कोतवाली पहुंचा तो कोतवाली प्रभारी द्वारा मुझसे यह कहा गया अगर ज्यादा गुंडई करोगे तो तुम्हारे एवं तुम्हारे बेटे के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करवा देंगे और तुम्हारी दुकान भी बंद करवा देंगे।

कोतवाली में घटित हुई उक्त घटना से मैं सहम गया और तत्पश्चात 12 मार्च 2024 को स्थानीय थाने में कोतवाली प्रभारी से फटकार खाने व न्याय न मिलने के बाद मै पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुंचा और प्रार्थना पत्र देकर मौके पर जांच करने के लिए न्याय की गुहार लगाई l पुलिस अधीक्षक साहब द्वारा मुझे यह आश्वासन मिला कि इस मामले की क्षेत्राधिकारी महाराजगंज से उक्त घटना की जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जाएगी l इसी कड़ी में उन्होंने यह भी कहा कि उक्त घटनाक्रम मिली धमकियों के पश्चात मेरा परिवार डरा एवं सहमा हुआ है अगर मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है, तो उसके जिम्मेदार महाविद्यालय के प्राचार्य एवं बछरावां कोतवाली प्रभारी होगे।

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