Baby Rani Maurya Accident News : उत्तर प्रदेश सरकार में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य ( Baby Rani Maurya ) बाल-बाल बच गईं। शुक्रवार दोपहर हाथरस से लखनऊ की ओर जा रही उनकी आधिकारिक गाड़ी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 56 के पास एक तेज रफ्तार डीसीएम (ट्रक) से टकरा गई। हादसे में मंत्री जी की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन सुरक्षित ड्राइवर की चुस्ती से वे गंभीर रूप से घायल होने से बच गईं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य किया। मंत्री जी को प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
हादसे का विवरण: टायर फटने से अनियंत्रित हुई गाड़ी

घटना दोपहर करीब 2:30 बजे की बताई जा रही है। मंत्री बेबी रानी मौर्य ( Baby Rani Maurya ) हाथरस में एक आधिकारिक कार्यक्रम में शिरकत करके लखनऊ लौट रही थीं। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के फिरोजाबाद जिले के नसीरपुर थाना क्षेत्र में माइलस्टोन 56 के पास उनकी इनोवा क्रिस्टा गाड़ी का अगला टायर अचानक फट गया। टायर फटने से गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे खड़े एक डीसीएम ट्रक से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि मंत्री जी की गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह चूर-चूर हो गया और ट्रक भी पलटने से बाल-बाल बच गया।
चश्मदीदों के अनुसार, ड्राइवर ने आखिरी क्षणों में गाड़ी को संभालने की कोशिश की, जिससे मंत्री जी और अन्य स्टाफ सदस्यों को चोटें हल्की आईं। हादसे के तुरंत बाद एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक जाम लग गया, लेकिन यूपीडा (यूपी एक्सप्रेसवे अथॉरिटी) की टीम ने जल्दी से साइट क्लियर की। पुलिस ने डीसीएम चालक को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में टायर फटना मुख्य कारण लग रहा है, लेकिन वाहनों की स्पीड और सड़क की स्थिति पर भी गहन जांच चल रही है।
मंत्री बेबी रानी मौर्य की हालत स्थिर, लखनऊ में बेहतर इलाज
मंत्री जी को हल्की चोटें आई हैं, जिनमें सिर पर मामूली खरोंच और हाथ में मोच शामिल है। उन्हें फिरोजाबाद के जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया। फिर भी सावधानी के तौर पर उन्हें लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उनके साथ यात्रा कर रहे पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) और ड्राइवर को भी मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज चल रहा है। एक अधिकारी ने बताया, “मंत्री जी पूरी तरह सुरक्षित हैं और जल्द ही अपने कर्तव्यों पर लौटेंगी। वे इस घटना को एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा मान रही हैं।”
कौन हैं बेबी रानी मौर्य? लंबा राजनीतिक सफर
उत्तर प्रदेश सरकार में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य एक प्रमुख भाजपा नेता हैं। आगरा की रहने वाली बेबी रानी मौर्य ने 1990 के दशक में भाजपा से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। वे 1995 में आगरा की पहली महिला मेयर बनीं और बाद में उत्तराखंड की राज्यपाल (2018-2021) रहीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में आगरा ग्रामीण सीट से जीत हासिल करने के बाद उन्हें योगी कैबिनेट में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। जाटव समुदाय से ताल्लुक रखने वाली मौर्य जी महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। उनके नेतृत्व में यूपी में कई योजनाएं सफलतापूर्वक लागू हुई हैं, जैसे ‘मिशन शक्ति’ और पोषण अभियान।
प्रशासनिक हलचल: सीएम योगी ने लिया संज्ञान
हादसे की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत फोन पर मंत्री जी से बात की और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने फिरोजाबाद के डीएम और एसएसपी को सख्त निर्देश दिए कि घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी अस्पताल पहुंचकर हालचाल ली। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने ट्वीट कर कहा, “मंत्री जी की सलामती की कामना करता हूं। यह हादसा हमें सड़क सुरक्षा पर और सतर्क होने की सीख देता है।”
सड़क सुरक्षा पर सवाल: एक्सप्रेसवे पर बढ़ते हादसे
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, लेकिन यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हाल ही में इसी रूट पर कई बड़े हादसे हुए हैं, जिनमें सैकड़ों लोग घायल या मारे गए। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहनों की अधिक स्पीड, टायरों की खराब क्वालिटी और रखरखाव की कमी मुख्य कारण हैं। इस घटना के बाद यूपीडा ने एक्सप्रेसवे पर स्पीड कैमरों की संख्या बढ़ाने और नियमित चेकिंग अभियान चलाने का ऐलान किया है।
यह हादसा न केवल मंत्री जी के लिए बल्कि पूरे प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।










