BLA Biggest Attack On Pak Army: बलूचिस्तान (Balochistan) में एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) की सुरक्षा व्यवस्था हिल गई है। पाकिस्तानी सेना पर हुए इस बड़े हमले ने न सिर्फ खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ा दी है, बल्कि सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के नेतृत्व पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कलात जिले में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें कई सैनिक मारे गए। बताया जा रहा है कि यह हमला बेहद योजनाबद्ध था और इसमें अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ। पाकिस्तानी सेना के लिए यह अब तक के सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है।
कलात में घात लगाकर हमला, 9 जवान ढेर/BLA Biggest Attack On Pak Army
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कलात जिले में पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के एक काफिले को निशाना बनाया। इस हमले में 9 सुरक्षाकर्मी मारे गए, जिनमें दो एलीट स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) कमांडो भी शामिल थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, बीएलए के लड़ाकों ने स्नाइपर्स और रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) जैसे आधुनिक हथियारों से हमला किया। रॉकेट हमले में पाकिस्तानी सेना के दो वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। यह हमला पाकिस्तान की सेना के लिए उस समय बड़ा झटका है जब वह पहले से ही बलूचिस्तान में बढ़ते उग्रवाद और असंतोष से जूझ रही है।

50 मिनट तक चली भीषण गोलीबारी
रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच करीब 50 मिनट तक लगातार फायरिंग हुई। बीएलए के प्रवक्ता जीयांद बलूच (Ziand Baloch) ने बताया कि बलूच लड़ाकों (Baloch Fighters) ने सेना के तीन वाहनों पर सीधा हमला किया था, जिसमें कई सैनिक मारे गए और अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। हमले के दौरान बीएलए ने भारी और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया। इस हमले को बीएलए की बढ़ती ताकत और संगठनात्मक क्षमता का संकेत माना जा रहा है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई तो की, लेकिन उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा।
पाकिस्तानी सेना के लिए बढ़ता खतरा
कलात का यह हमला उन हमलों की कड़ी में नया अध्याय है, जो बलूचिस्तान में लगातार बढ़ रही सुरक्षा चुनौतियों को दर्शाता है। इस साल बीएलए ने कई बड़े ऑपरेशन किए हैं जिनमें सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिक (Pak Army) मारे गए। मार्च में हुए एक हमले में बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया था, जिसे छुड़ाने में पाकिस्तानी सेना को 36 घंटे का समय और कई जवानों की जान गंवानी पड़ी थी। ताज़ा हमले ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि बलूच विद्रोही अब पहले से कहीं अधिक संगठित और तकनीकी रूप से सक्षम हो चुके हैं।
बीएलए की गतिविधियाँ और अलगाववादी अभियान
बीएलए (BLA) के प्रवक्ता ने दावा किया कि उनके लड़ाकों ने न केवल कलात में, बल्कि नोश्की और नसीराबाद के डेरा मुराद जमाली क्षेत्र में भी हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान की आज़ादी के लिए यह अभियान जारी रहेगा। बीएलए लंबे समय से बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर स्वतंत्र राष्ट्र बनाने की मांग करता आ रहा है। यह संगठन अक्सर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों, सरकारी प्रतिष्ठानों और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से जुड़ी परियोजनाओं को निशाना बनाता है। ताज़ा हमले से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान (Pakistan) के लिए बलूचिस्तान (Balochistan) अब भी सबसे अस्थिर और संवेदनशील इलाकों में से एक बना हुआ है।










