Chutupalu Valley Accident : चूटूपालू घाटी में ब्रेक फेल ट्रेलर का कहर, ट्रेलर ने कई गाड़ियों को रौंदा, आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल

Chutupalu Valley Accident : झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित चूटूपालू घाटी एक बार फिर सड़क हादसे की गवाह बनी। लोग इसे ‘मौत की घाटी’ कहते हैं और वजह भी है। शनिवार को यहां एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें एक ट्रेलर की ब्रेक फेल हो गई और उसने आगे चल रही आधा दर्जन से ज्यादा छोटी गाड़ियों को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना से पूरे इलाके में चीख-पुकार मच गई और हाईवे पर लंबा जाम लग गया।

हादसा कैसे हुआ

रांची से रामगढ़ की ओर जा रहा एक ट्रेलर चूटूपालू घाटी में पहुंचा। घाटी का रास्ता ढलान वाला और घुमावदार है, जिससे भारी वाहनों के लिए ब्रेक पर ज्यादा जोर पड़ता है। अचानक ट्रेलर की ब्रेक फेल हो गई और वह अनियंत्रित होकर तेज रफ्तार में आगे बढ़ने लगा। आगे चल रही छोटी कारें, ऑटो और अन्य वाहन उसके सामने थे। ट्रेलर ने एक के बाद एक कई गाड़ियों को रौंद डाला। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, उनके परखच्चे उड़ गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर के बाद घाटी में अफरा-तफरी मच गई। लोग चिल्लाने लगे, घायल सड़क पर तड़प रहे थे। कुछ लोग खुद गाड़ियों से बाहर निकले, तो कुछ फंस गए। ट्रेलर भी टक्कर के बाद रुक गया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।

घायलों की हालत और रेस्क्यू

इस हादसे में आधा दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ रिपोर्ट्स में घायलों की संख्या एक दर्जन तक बताई जा रही है। घायलों में छोटी गाड़ियों में सवार यात्री शामिल हैं। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। एसडीओ अनुराग तिवारी के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। घायलों को तुरंत गाड़ियों से निकालकर सदर अस्पताल रामगढ़ भेजा गया। वहां डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाने का काम शुरू किया। क्रेन की मदद से ट्रेलर और अन्य गाड़ियों को साइड किया गया, ताकि हाईवे खोला जा सके।

हाईवे पर लगा लंबा जाम

हादसे के बाद रांची-पटना एनएच-33 पूरी तरह जाम हो गया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। घंटों तक यातायात बाधित रहा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। कई लोग घंटों जाम में फंसे रहे। आखिरकार प्रशासन की मेहनत से रास्ता खोला गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

मौत की घाटी क्यों कहलाती है चूटूपालू

चूटूपालू घाटी रामगढ़ और रांची को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण रास्ता है, लेकिन यहां हादसे आम बात हो गए हैं। तीखे मोड़, ढलान और भारी वाहनों की तेज रफ्तार की वजह से यहां ब्रेक फेल होने की घटनाएं बार-बार होती हैं। पिछले कई सालों में यहां दर्जनों बड़े हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है। लोग इसे मौत की घाटी इसलिए कहते हैं क्योंकि यहां से गुजरना जोखिम भरा लगता है।

पिछले हादसों को देखें तो 2023 में यहां एक ट्रेलर ने कई गाड़ियों को टक्कर मारकर तीन लोगों की जान ले ली थी। 2024 में भी कई घटनाएं हुईं, जहां ट्रेलर पलटने या टक्कर से मौतें हुईं। इस बार गनीमत रही कि जानें नहीं गईं, लेकिन घायल होना भी कम दर्दनाक नहीं।

हादसे की वजहें क्या हैं

सबसे बड़ी वजह है भारी वाहनों की खराब मेंटेनेंस। ट्रेलर जैसे बड़े वाहनों में ब्रेक फेल होना आम समस्या है, खासकर ढलान पर। इसके अलावा ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार और ड्राइवरों की लापरवाही भी जिम्मेदार है। घाटी में सड़क अच्छी है, लेकिन ब्लैक स्पॉट्स अभी भी हैं। प्रशासन ने कई बार सर्वे कराया, लेकिन स्थायी समाधान नहीं हुआ।

लोगों का कहना है कि यहां ज्यादा साइन बोर्ड लगाने चाहिए, स्पीड ब्रेकर बनाने चाहिए और ट्रकों की चेकिंग सख्त होनी चाहिए। साथ ही ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी जाए कि ढलान पर कैसे गाड़ी चलानी है।

प्रशासन क्या कर रहा है

एसडीओ अनुराग तिवारी ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू का नेतृत्व किया। पुलिस ने ट्रेलर ड्राइवर से पूछताछ शुरू की है। जांच में पता चलेगा कि ब्रेक फेल क्यों हुई और क्या लापरवाही हुई। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सड़क सुरक्षा के नियम मानें, तेज रफ्तार न चलाएं और गाड़ी की नियमित जांच कराएं।

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