चार दिन तक शव रखकर नियोजन और मुआवजे की मांग, वार्ता के बाद मामला शांत

बीसीसीएल गोविंदपुर क्षेत्र संख्या-3 अंतर्गत न्यू आकाश किनारी कोलियरी के 53 वर्षीय कोलकर्मी राजकुमार भुंइया की मौत के बाद उनके परिजन चार दिनों तक शव रखकर नियोजन और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। परिजनों ने कोलियरी के मुख्य गेट पर शव रखकर जाम कर दिया, जिससे आसपास के क्षेत्र में दुर्गंध फैलने लगी और जनजीवन प्रभावित हुआ।

परिजनों का कहना था कि 23 सितंबर को कार्य के दौरान राजकुमार भुंइया की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उन्हें धनबाद के सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मृतक के पुत्र शंकर भुंइया ने नियोजन की मांग की, जबकि पुत्रवधू कौशल्या देवी ने आरोप लगाया कि आकाश किनारी निवासी नारायण यादव नियोजन मिलने में बाधा डाल रहा है।

परियोजना पदाधिकारी जे.के. जायसवाल ने बताया कि प्रबंधन नियोजन देने पर सहमत था, लेकिन मृतक के सेवा अभिलेखों की जांच में कई जटिल तथ्य सामने आए। मृतक ने 15 अक्टूबर 2024 को ग्रामीण एसपी धनबाद को आवेदन देकर अपने दोनों पुत्रों और पुत्रवधू से जान-माल की क्षति का अंदेशा जताया था। इसकी प्रति परियोजना कार्यालय को भी भेजी गई थी। साथ ही, पूर्व में मृतक के पुत्र ने कतरास थाना में आवेदन देकर नारायण यादव पर उनके पिता के अपहरण का आरोप लगाया था। इन सब कारणों से नियोजन की प्रक्रिया अटक गई।

मामले को लेकर 26 सितंबर को ट्रेड यूनियनों और प्रबंधन के बीच बैठक हुई। बैठक में सहमति बनी कि परिजन दावा प्रस्तुत करने के तीन महीने बाद नियोजन प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इसके बावजूद परिजन शव हटाने को तैयार नहीं हुए। इस बीच, प्रबंधन ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा खदान का उत्पादन बाधित किया गया, जिससे लगभग 1000 टन उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसकी सूचना वरीय अधिकारियों और पुलिस को भेजी जाएगी।

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