कोटया, लकड़ाही और सतनी पहाड़ से नहीं करने दिया जाएगा उत्खनन : डॉ मेहता

रेवारातू पहुंचकर आंदोलनरत ग्रामीणों को विधायक ने दिया आश्वासन

सतबरवा(पलामू) : शुक्रवार को प्रखंड अंतर्गत रेवारातू गांव के ग्रामीणों ने पांकी विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता से कोटया पहाड़, लकड़ाही पहाड़ और सतनी पहाड़ के लीज को रद्द कर उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है।पांकी विधायक ग्रामीणों के आमंत्रण पर रेवारातू पहुंचे थे। ग्रामीणों का कहना है कि गांव समाज की जमीन को फर्जी ग्रामसभा दिखाकर पत्थर माफियाओं ने कब्जा कर लिया है और अवैध खनन कर रहे हैं। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है बल्कि जंगल, जल और जमीन पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि ये पहाड़ उनके जीवन का आधार हैं। मवेशी चराने, जलावन की लकड़ी और दैनिक जरूरतों के लिए वे पूरी तरह इन पहाड़ों पर आश्रित हैं। उनका कहना है कि अगर यहां उत्खनन जारी रहा तो न केवल उनकी आजीविका पर संकट गहराएगा, बल्कि प्रदूषण बढ़ने से सांस की बीमारियों के फैलने का भी खतरा रहेगा।

ग्रामीणों की मांग पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक डॉ. मेहता ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि किसी भी हाल में इन पहाड़ों पर उत्खनन नहीं करने दिया जाएगा। जल, जंगल और जमीन की हर हाल में रक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक विरोध किया जाएगा और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर संबंधित लीज को रद्द करने की मांग भी उठाई जाएगी। बता दें कि इन पहाड़ों से उत्खनन के विरोध में ग्रामीण आंदोलनरत हैं। इससे पहले वे छात्र सांसद कालीचरण सिंह, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, उपायुक्त तथा अंचलाधिकारी सतबरवा को मांग पत्र सौंप चुके हैं।इस मौके पर प्रो. बच्चन ठाकुर, जिला परिषद सदस्य सुधा कुमारी, धावाडीह मुखिया रिंकी देवी, विधायक प्रतिनिधि अजय उरांव, प्रतिनिधि सह मीडिया प्रभारी महेश यादव, नीलांबर-पीतांबरपुर के विधायक प्रतिनिधि सुनील कुशवाहा, प्रमुख प्रतिनिधि युगल किशोर राम, सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सिन्हा, अशोक यादव, वकील सिंह, अघन सिंह, प्रवेश यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे। सभी ने उत्खनन के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष का संकल्प लिया।रेवारातू गांव के ग्रामीणों ने इस संबंध में एक लिखित आवेदन भी विधायक को सौंपा है।

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