From Pads to Power Message: अनंतनाग (Anantnag) जिले के आचाबल में महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम ने सामाजिक और राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नेताओं ने न केवल महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार और समानता के मुद्दे उठाए, बल्कि मौजूदा सामाजिक परिस्थितियों पर भी तीखे सवाल खड़े किए। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें सामाजिक अन्याय के खिलाफ संगठित होने के लिए प्रेरित करना था। इस मौके पर महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी ने यह साबित किया कि समाज में अब महिला सशक्तिकरण सिर्फ नारा नहीं, बल्कि एक आंदोलन का रूप ले चुका है। आइए जानते हैं कार्यक्रम की प्रमुख बातें और नेताओं के तीखे तेवर।
आचाबल में महिला कांग्रेस का जागरूकता अभियान/From Pads to Power Message
आचाबल (Achabal) में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में महिला कांग्रेस जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष शमीमा रैना, कश्मीर प्रेक्षक नश नुसरत अली और जिला अध्यक्ष हमैरा गुलज़ार ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और समाज में बढ़ती चुनौतियों पर चर्चा करना था। नेताओं ने कहा कि आज के समय में महिलाओं के अधिकार धीरे-धीरे छीने जा रहे हैं। महंगाई, बेरोजगारी और असुरक्षा की स्थिति ने महिलाओं की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। महिला कांग्रेस की नेताओं ने महिलाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज उठाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब महिलाएं खुद आगे बढ़कर समाज में बदलाव लाने की जिम्मेदारी उठाएं।

समाज में बढ़ती नफरत पर चिंता

कार्यक्रम में नेताओं ने समाज में फैल रही नफरत और साम्प्रदायिकता पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच नफरत का माहौल बनाया जा रहा है, जो देश की एकता और सौहार्द के लिए खतरा है। नेताओं का कहना था कि देश की असल ताकत उसकी विविधता और एकता में है, जिसे राजनीतिक लाभ के लिए कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। महिला कांग्रेस ने इस मौके पर सभी वर्गों की महिलाओं से अपील की कि वे एकजुट होकर समाज में शांति, समानता और प्रेम का संदेश फैलाएं। कार्यक्रम में यह भी कहा गया कि जब महिलाएं एक साथ खड़ी होती हैं, तो किसी भी तरह की विभाजनकारी ताकतें अपना असर नहीं दिखा पातीं।
वोट चोरी अभियान और महिलाओं के स्वास्थ्य पर पहल

कश्मीर प्रेक्षक नश नुसरत अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर तानाशाही रवैया अपनाने और “वोट चोरी” के ज़रिए सत्ता हासिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी (Congress Party) का उद्देश्य इस कथित वोट चोरी को उजागर कर दोषियों को जवाबदेह ठहराना है। कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने इस “वोट चोरी सिग्नेचर अभियान” (Vote Chori Signature Abhiyan) का समर्थन किया। इसके साथ ही महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर ध्यान देते हुए सेनेटरी पैड्स भी वितरित किए गए। महिला कांग्रेस ने घोषणा की कि अब हर महीने इन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि ग्रामीण और निम्न वर्ग की महिलाएं भी स्वच्छता से जुड़ी मूलभूत सुविधाएं प्राप्त कर सकें। कार्यक्रम में महिलाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने इसे एक मजबूत जनआंदोलन का स्वरूप दिया।
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