Gold-Silver Price Crash: कीमती धातुओं का बाजार इन दिनों भारी उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है। सोना और चांदी (Gold And Silver) दोनों की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, शादी-ब्याह के सीजन से पहले आम खरीदारों के लिए यह मौका फायदेमंद साबित हो सकता है। इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) और MCX के ताजा आंकड़े बताते हैं कि पिछले दो हफ्तों में गोल्ड और सिल्वर दोनों के दामों में बड़ी गिरावट आई है। तो चलिए जानते हैं आखिर क्यों गिर रही हैं कीमतें, कितना टूटा है सोना-चांदी का भाव, और क्या यह खरीदारी का सही वक्त है?
सोने की कीमत में आई बड़ी गिरावट/Gold-Silver Price Crash
भारत के सोना बाजार में पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। IBJA के मुताबिक, 17 अक्टूबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,30,874 थी, जो अब घटकर ₹1,20,100 रह गई है यानी लगभग ₹10,774 की कमी। वहीं MCX (Multi Commodity Exchange) पर दिसंबर एक्सपायरी वाले गोल्ड फ्यूचर्स की कीमत भी ₹1,27,008 से घटकर ₹1,21,038 पर पहुंच गई है। इसका मतलब है कि सिर्फ दो हफ्तों में सोने की कीमतों में लगभग ₹6,000 तक की गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुनाफावसूली की वजह से सोने पर दबाव बना हुआ है।

चांदी में आई रिकॉर्ड गिरावट, 21 हजार रुपये प्रति किलो सस्ती
सोने (Gold) के साथ-साथ चांदी (Silver) भी निवेशकों के लिए सिरदर्द बन गई है। IBJA के आंकड़ों के अनुसार, 17 अक्टूबर को 1 किलो चांदी का भाव ₹1,69,230 था, जो अब घटकर ₹1,48,275 पर आ गया है। यानी केवल 14 कारोबारी दिनों में चांदी ₹20,955 प्रति किलो तक सस्ती हुई है। वहीं MCX पर भी दिसंबर वायदा की कीमत ₹1,56,604 से गिरकर ₹1,47,789 रुपये तक पहुंच गई है। अगर इसे इसके उच्चतम स्तर ₹1,70,415 से तुलना करें, तो चांदी में कुल मिलाकर ₹22,600 की गिरावट दर्ज हुई है। यह भारी गिरावट दर्शाती है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव और मांग में कमी का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ रहा है।
निवेशकों के लिए चिंता, ग्राहकों के लिए अवसर
कीमतों में इस गिरावट ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है, क्योंकि शॉर्ट-टर्म में रिटर्न कमजोर हुए हैं। हालांकि, दूसरी ओर, आम उपभोक्ताओं और ज्वेलरी खरीदारों के लिए यह समय एक गोल्डन चांस साबित हो सकता है। शादी-ब्याह के सीजन से ठीक पहले सोना-चांदी के दाम गिरने से बाजार में मांग बढ़ने की संभावना है। वित्त विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता लौटती है, तो कीमतें फिर चढ़ सकती हैं। फिलहाल यह गिरावट अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के रूप में देखी जा रही है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहकर कदम उठाने की सलाह दी जा रही है।
ज्वेलरी खरीदते वक्त रखें ये जरूरी बातें ध्यान में
सोना या चांदी खरीदते समय सिर्फ कीमत ही नहीं, उनकी शुद्धता और चार्जेज पर भी ध्यान देना जरूरी है। IBJA द्वारा जारी रेट्स केवल मानक दरें होती हैं, दुकानों पर इन पर 3% GST और मेकिंग चार्ज जुड़ जाता है, जिससे वास्तविक कीमत बढ़ जाती है।
इसके अलावा, सोना खरीदते वक्त हमेशा हॉलमार्किंग जांचें ताकि उसकी शुद्धता पर कोई संदेह न रहे। अगर आप निवेश के मकसद से खरीद रहे हैं, तो फिजिकल ज्वेलरी की बजाय गोल्ड ETF या सोवरेन गोल्ड बॉन्ड पर विचार करना बेहतर विकल्प हो सकता है।
वर्तमान स्थिति में, विशेषज्ञों की सलाह है कि खरीदार जल्दबाजी न करें, बल्कि कीमतों की स्थिरता का इंतज़ार करें।
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