HAL Stock Crash After Tejas Mishap: सरकारी डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) के शेयरों में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। जैसे ही बाजार खुला, तेजस (Tejas) फाइटर जेट के हादसे की खबर सामने आई, कंपनी के शेयर धड़ाम से गिरकर निवेशकों को तगड़ा झटका दे गए। सुबह के ट्रेड में शेयर 8.5% तक टूट गया और बीएसई में दिन का निचला स्तर छू गया। तकनीकी संकेत पहले से ही कमजोरी दिखा रहे थे, ऐसे में यह घटना बाजार भावनाओं पर भारी पड़ गई। ब्रोकरेज और मार्केट एक्सपर्ट भी इस उतार-चढ़ाव को लेकर अलग-अलग संकेत दे रहे हैं। निवेशकों में अब यह सवाल उठ रहा है कि एचएएल के शेयर की अगली चाल क्या होगी?
तेजस हादसे के बाद शुरू हुई गिरावट/HAL Stock Crash After Tejas Mishap
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) भारत की प्रमुख सरकारी रक्षा निर्माण कंपनी है, जिसने तेजस (Tejas) फाइटर जेट विकसित किया है। दुबई एयर शो (Dubai Air Show) में तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर बाजार खुलने से पहले ही सामने आ गई थी। इसके साथ ही निवेशकों की भावना पर नकारात्मक असर पड़ा और बाजार खुलते ही एचएएल के शेयर में तेज गिरावट दर्ज की गई। पिछले सत्र में यह शेयर 4,595 रुपये पर बंद हुआ था, लेकिन आज 4,205.25 रुपये पर खुला। शुरुआती मिनटों में यह 8.5% तक गिरकर निवेशकों के पोर्टफोलियो को बड़ा झटका दे गया। इसका 52 हफ्तों का उच्चतम और न्यूनतम स्तर 5,166 रुपये है, जिससे पता चलता है कि गिरावट कितनी तेज रही। तेजस को एचएएल का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट माना जाता है, इसलिए किसी भी खराब खबर का सीधा असर कंपनी के वैल्यूएशन पर पड़ जाता है।

विशेषज्ञों ने बताई बड़ी वजह
शेयर मार्केट विशेषज्ञों के अनुसार तेजस (Tejas) की दुर्घटना केवल एक घटना नहीं है, बल्कि यह मार्केट सेंटिमेंट पर बड़ा असर डालती है। सेंट्रम ब्रोकिंग (Centrum Broking) के इक्विटी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट नीलेश जैन (Nilesh Jain) का कहना है कि यह खबर “आग में घी” डालने जैसी है। जैन के अनुसार तकनीकी संकेत पहले ही कमजोरी दिखा रहे थे। एमएसीडी पर सेल क्रॉसओवर बन चुका था और चार्ट स्ट्रक्चर नकारात्मक दिशा में झुकने लगा था। ऐसे में हादसे की खबर ने बिकवाली को और तेज कर दिया। निवेशकों में डर बढ़ा कि इस घटना का अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तेजस की छवि और भविष्य के ऑर्डर्स पर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब किसी डिफेंस कंपनी से जुड़े विमान में तकनीकी या ऑपरेशनल समस्या सामने आती है, तो सबसे पहले इसका प्रभाव शेयर कीमतों पर ही दिखाई देता है।
क्या कहती है तकनीकी स्थिति?
स्टॉक मार्केट में एचएएल (HAL) की तेजी पिछले कई महीनों में चर्चा का विषय रही है, लेकिन आज की भारी गिरावट ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। या वेल्थ ग्लोबल रिसर्च (Yaa Wealth Global Research) के डायरेक्टर अनुज गुप्ता (Anuj Gupta) का कहना है कि एचएएल का रुझान फिलहाल साइडवेज है। गुप्ता बताते हैं कि 4,350 रुपये का स्तर कंपनी के लिए मजबूत सपोर्ट की तरह काम करता है, जिसका मतलब है कि इस स्तर से नीचे शेयर फिसलने की संभावना कम है। वहीं 5,000 रुपये पर बड़ा रेजिस्टेंस है, जिसे पार करने के लिए बाजार में सकारात्मक खबरों की जरूरत पड़ेगी। हालांकि वे यह भी बताते हैं कि समग्र ट्रेंड अभी भी ऊपर की ओर झुका है। इसलिए वे निवेशकों को सलाह देते हैं कि सपोर्ट स्तरों पर खरीदारी की रणनीति अपनाई जा सकती है। लेकिन यह भी साफ है कि निकट भविष्य में स्टॉक सीमित दायरे में ही घूमता रहेगा।
बाजार की चाल और निवेशकों की रणनीति पर नजर
आज की गिरावट के बाद सुबह 10:50 बजे एचएएल (HAL) का शेयर 4,435.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जो 3.46% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि शुरुआती झटके के बाद इसमें कुछ रिकवरी दिखी, लेकिन बाजार का मूड पूरी तरह स्थिर नहीं है। वर्तमान परिस्थिति में दो तरह की स्थितियां बन रही हैं पहली, अगर तेजस हादसे पर कोई और नकारात्मक जानकारी सामने आती है तो शेयर पर दबाव जारी रह सकता है। दूसरी, यदि जांच में कोई गंभीर तकनीकी खामी नहीं मिलती, तो मार्केट सेंटीमेंट जल्द सुधर सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि एचएएल की लम्बी अवधि की मूलभूत स्थिति मजबूत है, लेकिन निकट अवधि में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसलिए निवेशकों को जल्दबाज़ी में निर्णय न लेने और तकनीकी स्तरों पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। आने वाले कुछ दिनों में यह साफ हो जाएगा कि शेयर स्थिर होगा या और गिरावट देखनी पड़ेगी।










