बांदा : जनपद में अवैध अस्पतालों, नर्सिंग होम और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। बुधवार को विभागीय टीम ने बबेरू तहसील क्षेत्र में कई अस्पतालों पर छापेमारी कर कार्रवाई की। इस दौरान 11 अस्पतालों को सील किया गया, 7 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जबकि 63 झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
मामला बबेरू कस्बे के औगासी रोड का है, जहाँ तहसीलदार हेमराज सिंह एवं सीएचसी अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश ने एस हॉस्पिटल में छापा मारा। छापेमारी के समय अस्पताल का अधिकृत डॉक्टर मौजूद नहीं था, जबकि अंदर झोलाछाप गंगासागर व एक स्टाफ नर्स मिथिला देवी मरीजों का इलाज करते मिले। मौके पर अस्पताल में पाँच मरीज भर्ती पाए गए।


अधिकारियों ने अस्पताल के सभी दस्तावेज़ जब्त करते हुए हॉस्पिटल को तत्काल सील कर दिया। जांच में सामने आया कि गंगासागर नामक झोलाछाप डॉक्टर कई बार अस्पताल का नाम बदलकर उसी स्थान पर अवैध रूप से इलाज करता पाया गया है। उसे पहले भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
इसी प्रकार अन्य अस्पतालों पर भी कार्रवाई की गई जिनमें— रामा हॉस्पिटल (आवास विकास), डॉ. मूरत सिंह (कथार चौराहा, कमासिन), डॉ. रोहित कुमार (आयुषी पॉलीक्लिनिक), डॉ. रामविलास (ग्राम वीरा, कमासिन), डॉ. गंगाप्रसाद (ममसी खुर्द, कमासिन) सहित बबेरू, अतर्रा और नरैनी क्षेत्र के कई केंद्र शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि अवैध अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा।