मिशन शक्ति के पांचवें चरण में रायबरेली की छात्रा लक्ष्मी सिंह बनी एक दिन की थाना अध्यक्ष

फरियादियों की समस्याएं सुनीं, थाने का निरीक्षण किया और बाइक सवारों को जागरूक किया

रायबरेली : उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी ‘मिशन शक्ति’ अभियान के पांचवें चरण के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक अनूठी पहल की गई। रायबरेली जिले के अमांवा ब्लॉक में स्थित एसजीएस पब्लिक स्कूल की कक्षा 10 की मेधावी छात्रा लक्ष्मी सिंह को एक दिन के लिए मिल एरिया थाना का अध्यक्ष बनाया गया। यह पहल जिले के शासन के स्पष्ट निर्देशों पर आधारित थी, जिसका उद्देश्य युवा बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और जागरूकता को बढ़ावा देना है। मिशन शक्ति अभियान, जो महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण पर केंद्रित है, इस चरण में पूरे प्रदेश में विभिन्न जिलों में इसी तरह की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जहां छात्राएं विभिन्न प्रशासनिक पदों पर एक दिन के लिए जिम्मेदारी संभाल रही हैं।

लक्ष्मी सिंह, जो एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं, ने इस अवसर को दोनों हाथों से लपका। सुबह थाने पहुंचते ही उन्हें थाना अध्यक्ष की वर्दी और बैज पहनाया गया। थाने के अधिकारियों और स्टाफ ने उनका स्वागत किया और उन्हें थाने की कार्यप्रणाली से परिचित कराया। लक्ष्मी ने सबसे पहले थाने के मुख्य कक्ष में बैठकर आने वाले फरियादियों की शिकायतें सुनीं। विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे लोगों, जिनमें महिलाएं और स्थानीय निवासी शामिल थे, ने अपनी फरियादें रखीं। लक्ष्मी ने ध्यानपूर्वक हर शिकायत सुनी, संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए और प्रभावितों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द निपटारा किया जाएगा। एक फरियादी महिला ने घरेलू विवाद की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर लक्ष्मी ने तुरंत मध्यस्थता की और दोनों पक्षों को सुलह समझौते के लिए बुलाया।

इसके बाद लक्ष्मी ने पूरे थाने का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने थाने के विभिन्न विभागों—जैसे रिकॉर्ड रूम, लॉक-अप, हथियार भंडारण कक्ष और स्टाफ क्वार्टर—का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था, सुरक्षा उपायों और स्टाफ की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दिया। थाने के स्टाफ ने बताया कि लक्ष्मी के सुझावों से थाने की कार्यक्षमता में और सुधार होगा। लक्ष्मी ने अधिकारियों से बातचीत में महिलाओं से जुड़े अपराधों, जैसे दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा, पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।

निरीक्षण के बाद लक्ष्मी ने थाने के बाहर चेकिंग अभियान का नेतृत्व किया। सड़क पर फर्राटा भरते बाइक सवारों को रोका, जिनमें से कई बिना हेलमेट के थे। उन्होंने इन युवाओं को न केवल यातायात नियमों का पालन करने की नसीहत दी, बल्कि अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के प्रति जागरूक भी किया। “हेलमेट न पहनना न केवल आपकी जान को खतरे में डालता है, बल्कि आपके अपनों को भी दुख पहुंचाता है। सुरक्षा ही सबसे बड़ा अधिकार है,” लक्ष्मी ने सख्त लहजे में कहा। इस चेकिंग के दौरान कई बाइक सवारों ने अपनी गलती स्वीकार की और हेलमेट पहनने का वादा किया। थाना स्टाफ ने लक्ष्मी की इस सक्रियता की सराहना की और कहा कि यह अभियान न केवल नियमों का पालन करवाएगा, बल्कि युवाओं में जिम्मेदारी का बोध भी जगाएगा।

छात्रा लक्ष्मी सिंह बनी थाना अध्यक्ष

“यह मेरे लिए एक सपने जैसा अनुभव रहा। थाना अध्यक्ष बनकर मैंने जाना कि पुलिस का काम कितना चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण है। फरियादियों की समस्याएं सुनना, थाने का निरीक्षण करना और सड़क पर जागरूकता फैलाना—सब कुछ ने मुझे आत्मविश्वास दिया। मैं भविष्य में आईपीएस अधिकारी बनकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक काम करना चाहती हूं। मिशन शक्ति जैसे अभियान से बेटियां सशक्त हो रही हैं, और यह समाज के लिए गर्व की बात है।”

यह कार्यक्रम रायबरेली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। एसपी रायबरेली ने बताया कि मिशन शक्ति के इस चरण में 23 से 30 सितंबर तक विभिन्न आयोजन हो रहे हैं, जिनमें छात्राओं को प्रशासनिक भूमिकाएं सौंपी जा रही हैं। लक्ष्मी सिंह की यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा स्रोत साबित हुई। अभियान के तहत अब तक सैकड़ों छात्राओं को ऐसे अवसर प्रदान किए जा चुके हैं, जो बालिकाओं को शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित कर रहे हैं।

मिशन शक्ति अभियान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलाया जा रहा है, जिसका फोकस महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर रोक लगाना और उन्हें सशक्त बनाना है। रायबरेली प्रशासन ने लक्ष्मी सिंह को प्रमाण पत्र और सम्मानित कर इस पहल को और प्रोत्साहित किया। यह घटना साबित करती है कि छोटे-छोटे कदम भी समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

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