Lovely Kumari Nurse Death Ramgarh : झारखंड के रामगढ़ जिले में एक 22 वर्षीय नर्स की संदिग्ध हालत में फंदे से लटकती लाश मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। परिजन और ग्रामीण इसे हत्या बता रहे हैं और शहर के मशहूर डॉक्टर राहुल बरेलिया पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। आक्रोशित लोगों ने मृतका के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और न्याय की गुहार लगाई।
नर्स का शव कैसे मिला

शुक्रवार सुबह रामगढ़ की साहू कॉलोनी में स्थित बरेलिया नर्सिंग होम में काम करने वाली 22 साल की लवली कुमारी का शव उसके कमरे में फंदे से लटकता मिला। लवली रांची जिले के ओरमांझी थाना क्षेत्र के पिपरा बंडा गांव की रहने वाली थी। वह नर्सिंग होम में छह अन्य नर्स सहेलियों के साथ रहती थी। सुबह जब सहकर्मियों ने दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने खिड़की से झांका। वहां लवली का शव देखकर सभी सहम गईं। गौर करने वाली बात यह है कि फंदे के लिए इलाज में इस्तेमाल होने वाली गर्म पट्टी (हॉट वॉटर बैग की तरह की चीज) का इस्तेमाल किया गया था।
सूचना मिलते ही रामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन परिजनों को यह बात खटकी कि उन्हें पहले सूचना नहीं दी गई और पोस्टमार्टम जल्दबाजी में कराया गया।
परिजनों का आरोप, यह हत्या है, आत्महत्या नहीं
लवली के परिजनों को जब मौत की खबर मिली तो वे रामगढ़ पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। परिजन रीना मुंडा ने कहा, “यह हत्या है। उसे मारकर फांसी पर लटकाया गया है। लवली आत्महत्या कर ही नहीं सकती। 9 दिसंबर को हमसे उसकी आखिरी बात हुई थी। वह खुश थी। उसके साथ कुछ अनहोनी हुई है।” वहीं विनीत पाहन नाम के एक परिजन ने कहा, “डॉक्टर ने उसी के फोन से हमें सूचना दी और फिर सारा डेटा डिलीट कर दिया। डायरी भी गायब कर दी गई। यह साजिश है।”
परिजन डॉ राहुल बरेलिया पर सीधा आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने लवली की हत्या कराई या छिपाई। उनका कहना है कि पुलिस और डॉक्टर मिलकर मामले को आत्महत्या दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
सड़क पर प्रदर्शन और जाम
आक्रोश इतना बढ़ गया कि परिजनों और ग्रामीणों ने लवली का शव सड़क पर रख दिया और सुबह से देर शाम तक प्रदर्शन किया। टायर जलाकर नारे लगाए गए। सुबाष चौक इलाके में लंबा ट्रैफिक जाम लग गया, लोग घंटों फंसे रहे। प्रदर्शनकारी डॉक्टर की गिरफ्तारी और न्याय की मांग कर रहे थे।
प्रशासन ने दिया आश्वासन, तब मानें लोग
देर शाम रामगढ़ के एसडीओ अनुराग तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाया कि जांच पूरी तरह पारदर्शी तरीके से होगी। पहले से चल रही जांच में सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं और कार्रवाई आगे बढ़ चुकी है। मुआवजे की मांग पर एसडीओ ने कहा कि विक्टिम कंपेंसेशन स्कीम के तहत 10 लाख रुपए का मुआवजा जल्द दिलाने की कोशिश की जाएगी। उनके आश्वासन के बाद लोग माने और शव को उठाया गया।
डॉक्टर राहुल बरेलिया का पक्ष
डॉक्टर राहुल बरेलिया ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, “सुबह 7:15 बजे मुझे सूचना मिली। हमने देखा तो लवली मर चुकी थी। ढाई लाख रुपए का मामला था – लवली ने हमसे एडवांस में इतने पैसे लिए थे। वह 15 हजार और मांग रही थी अपनी बहन की गोदभराई के लिए, लेकिन हमने नहीं दिए। सीसीटीवी में दिखा कि रात 12:15 बजे वह छत की तरफ गई थी। बाकी फुटेज पुलिस के पास है।” डॉक्टर ने किसी गड़बड़ी से इनकार किया।
हत्या या आत्महत्या? पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल मामला संदिग्ध है। परिजन हत्या का दावा कर रहे हैं, जबकि नर्सिंग होम प्रबंधन इसे आत्महत्या बता रहा है। सच क्या है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की छानबीन हो रही है।










