Mission Shakti In Raebareli: रायबरेली (Raebareli) में हाल ही में एक ऐसा अभियान चलाया गया जिसने विशेष रूप से छात्राओं के आत्मविश्वास और समाज में उनकी भागीदारी पर जोर दिया। यह पहल सिर्फ़ जानकारी देने तक सीमित नहीं थी, बल्कि छात्राओं को सशक्त और जागरूक बनाने के उद्देश्य से कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम में शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार और समाज में उनके योगदान के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया। छात्राओं ने न केवल नए दृष्टिकोण सीखे, बल्कि अपने भविष्य और समाज में अपनी भूमिका के प्रति अधिक जिम्मेदारी का अनुभव किया। आइए जानते हैं पूरी खबर और किस तरह इस अभियान ने छात्राओं के जीवन में बदलाव की पहल की।
मिशन शक्ति फेज 5.0: उद्देश्य और आयोजन
जनपद रायबरेली (Raebareli) में जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देशानुसार ‘मिशन शक्ति फेज 5.0’ अभियान के तहत महिला कल्याण विभाग, बाल विकास परियोजना और मिशन शक्ति अधिकारियों के सहयोग से कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें गांधी सेवा निकेतन बालिका गृह और विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं को शामिल किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें समाज में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था। आयोजन के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर जेंडर सेंसिटिविटी, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक जिम्मेदारी पर सेमिनार का आयोजन किया। इस पहल से छात्राओं को अपने अधिकारों और महिलाओं के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली, जिससे वे अपने जीवन में बेहतर निर्णय लेने में सक्षम हो सकें।

छात्राओं के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता
इस कार्यक्रम में छात्राओं को महिला सशक्तिकरण और आत्मरक्षा के तरीकों पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे कन्या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन, बाल सेवा योजना, मातृत्व वंदना योजना और सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की गई। छात्राओं को राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1098, 181, 1930, 112, 1090 आदि की उपयोगिता के बारे में भी बताया गया और पम्पलेट वितरित किए गए। इस प्रकार की जानकारी से छात्राएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हुईं और समाज में अपनी भूमिका समझने लगीं। कार्यक्रम ने न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जानकारी दी, बल्कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
उपस्थित अधिकारी और प्रभाव
इस अवसर पर संरक्षण अधिकारी वीरेन्द्र पाल, जेंडर स्पेशलिस्ट सुषमा कश्यप, श्रद्धा सिंह और एस०एस० पाण्डेय उपस्थित रहे। उन्होंने छात्राओं को न केवल मार्गदर्शन दिया बल्कि उनके सवालों का उत्तर भी दिया। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्राप्त की। यह अभियान न केवल छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा, बल्कि उनके समाजिक दृष्टिकोण और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत किया। अधिकारीयों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाया और यह सुनिश्चित किया कि छात्राएं अपने अधिकारों और योजनाओं के प्रति पूरी तरह जागरूक हो सकें। इस पहल से रायबरेली में छात्राओं की सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाया गया।
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