Muzaffarnagar Police Recover 30 Lakh Stolen Phones : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने सिर्फ एक मोबाइल छीनने की शिकायत पर कार्रवाई शुरू की और देखते-देखते 30 लाख रुपये कीमत के 29 हाई-एंड मोबाइल फोन बरामद कर लिए। ये सभी फोन चोरी के थे और इन्हें दिल्ली के रास्ते नेपाल और बांग्लादेश भेजने की पूरी तैयारी थी। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
मामला शुरू हुआ एक छीनी गए फोन से

1 दिसंबर 2025 को भाजपा नेता सचिन अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर की नई मंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि कुछ बदमाशों ने उनसे जबरन उनसे महंगा मोबाइल फोन और कुछ नकदी छीन ली। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।
क्राइम ब्रांच, नई मंडी थाना प्रभारी और सीओ मंडी की टीम ने दिन-रात एक कर दिया। तकनीकी जांच, मुखबिरों की सूचना और लगातार दबिश के बाद पुलिस को सफलता मिली। मेरठ जिले के दो शातिर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इनके नाम हैं – फराज (फिरोज) और सुहैल। दोनों के खिलाफ पहले से ही चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। फराज के खिलाफ 8 तो सुहैल के खिलाफ 6 आपराधिक मामले पहले से चल रहे हैं।
तीसरे साथी के घर मिला 30 लाख का जखीरा
गिरफ्तार दोनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूला कि उनके पास चोरी के कई महंगे फोन हैं। उनकी निशानदेही पर पुलिस एक तीसरे शख्स महफूज के घर पहुंची। वहां से पुलिस ने 29 हाई-एंड मोबाइल फोन बरामद किए। सभी फोन एक लाख रुपये से ज्यादा कीमत के हैं। कुल कीमत करीब 30 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस को पता चला कि ये लोग यूपी के अलग-अलग इलाकों से महंगे फोन चोरी या छीनते थे। फिर इन्हें दिल्ली ले जाया जाता था। दिल्ली में इनका एक बड़ा नेटवर्क है जो इन फोन्स को नेपाल और बांग्लादेश भेज देता है। वहां ब्लैक मार्केट में ये फोन अच्छे दाम पर बिक जाते हैं। विदेश भेजने से पहले ये लोग फोन्स का IMEI नंबर बदल देते हैं ताकि ट्रेस न हो सके।
एसएसपी ने दी पूरी जानकारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया, “एक छोटी सी छिनैती की शिकायत पर हमने टीम लगाई। क्राइम ब्रांच और नई मंडी पुलिस ने शानदार काम किया। मेरठ के दो अपराधी फराज और सुहैल पकड़े गए। इनके पास से 29 महंगे मोबाइल बरामद हुए। ये लोग इन्हें दिल्ली लेकर जा रहे थे, वहां से नेपाल और बांग्लादेश भेजने का प्लान था।”
एसएसपी ने आगे बताया, “ये शातिर अपराधी हैं। महंगे फोन इसलिए टारगेट करते हैं क्योंकि विदेश में इनकी अच्छी कीमत मिलती है। तीसरे आरोपी महफूज की तलाश की जा रही है, बहुत जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।”
क्यों भेजे जाते हैं फोन नेपाल-बांग्लादेश
पुलिस के मुताबिक भारत में चोरी या छीने गए महंगे फोन को यहां बेचना मुश्किल होता है क्योंकि IMEI ट्रेस हो जाता है और पुलिस जल्दी पकड़ लेती है। लेकिन नेपाल और बांग्लादेश में ये फोन आसानी से बिक जाते हैं। वहां ब्लैक मार्केट में इनकी भारी डिमांड है। एक लाख का फोन वहां 50-60 हजार में भी बिक जाता है और अपराधी मोटा मुनाफा कमा लेते हैं।
लोगों के लिए सबक
यह घटना यह बताती है कि महंगे फोन को खुले में इस्तेमाल करते वक्त सावधानी बरतें। अक्सर बाइक सवार या पैदल बदमाश झपटमार करके फोन ले उड़ते हैं। पुलिस अब ऐसे गिरोहों पर और सख्ती से नकेल कस रही है।










