Raebareli News : उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां सदर तहसील में तैनात नायब तहसीलदार रमाकांत मिश्र को एक दबंग व्यक्ति ने फोन पर धमकी देते हुए गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। आरोपी ने नायब तहसीलदार को धमकाते हुए कहा, “यहां से चले जाओ, नहीं तो 20 जूते मारूंगा।” इस घटना से आहत नायब तहसीलदार ने मामले की लिखित शिकायत कोतवाली नगर थाने में दर्ज कराई है और पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
घटना का विवरण

बताया जा रहा है कि यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। सदर तहसील क्षेत्र के गुरबक्श गंज थाना अंतर्गत बथुआ खास गांव में एक अवैध कब्जे की शिकायत पर जांच करने के लिए नायब तहसीलदार रमाकांत मिश्र मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान एक दबंग व्यक्ति ने फोन पर नायब तहसीलदार को खुलेआम धमकी दी और गाली-गलौज की। आरोपी ने नायब तहसीलदार को धमकाते हुए कहा कि यदि वे जांच जारी रखते हैं, तो उन्हें 20 जूते मारे जाएंगे और जान से मार दिया जाएगा। इस घटना से नायब तहसीलदार इतने आहत हुए कि उन्होंने फूट-फूट कर रोना शुरू कर दिया। उनके रोने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपने साथ हुए व्यवहार पर दुख जाहिर कर रहे हैं।
नायब तहसीलदार ने इस मामले में अपने अधिवक्ताओं के साथ बैठक भी की, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा साझा की। बैठक के दौरान उनका भावुक होकर रोना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
नायब तहसीलदार रमाकांत मिश्र ने इस मामले में कोतवाली नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि आरोपी दबंग व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया है और जांच शुरू कर दी है। साथ ही, नायब तहसीलदार की सुरक्षा को लेकर भी कदम उठाए जा रहे हैं।
लेखपाल की भूमिका संदिग्ध
इस मामले में एक और गंभीर पहलू यह सामने आया है कि जमीन पर अवैध कब्जे में लेखपाल रामानुज दीक्षित की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। सूत्रों के अनुसार, अवैध कब्जा लेखपाल के संरक्षण में हो रहा था। इसकी शिकायत मिलने के बाद विभाग ने भी लेखपाल के कृत्यों की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि लेखपाल की भूमिका संदिग्ध है और इसकी गहन जांच की जा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। कई लोगों ने नायब तहसीलदार के साथ हुए व्यवहार की निंदा की है और प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कुछ लोगों का मानना है कि यह घटना सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बढ़ती दबंगई और कानून-व्यवस्था की कमजोरी को दर्शाती है।
रायबरेली पुलिस और प्रशासन पर अब जनता की नजरें टिकी हैं कि वे इस मामले में कितनी जल्दी और कितनी कड़ी कार्रवाई करते हैं। नायब तहसीलदार रमाकांत मिश्र की सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर क्षेत्र में चर्चा जारी है। यह मामला न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।










