Pulwama Link in Delhi Blast : दिल्ली (Delhi) के लाल किले (Red Fort) के पास सोमवार शाम हुआ कार धमाका अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। इस हादसे में 8 लोगों की मौत और 24 से ज़्यादा घायल हुए, लेकिन असली सनसनी तब फैली जब जांच में पता चला कि धमाके में इस्तेमाल हुई कार पुलवामा के एक शख्स के नाम पर थी। पुलिस ने अब उस शख्स की पहचान ‘तारिक’ (Tarik) के रूप में की है, जिसने कार को कुछ महीने पहले खरीदा था। हरियाणा (Haryana) से लेकर जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) तक फैली इस कार की चेन ने जांच एजेंसियों को चौंका दिया है। आखिर यह कार कैसे गुरुग्राम (Gurugram) से अंबाला (Ambala) और फिर कश्मीर (Kashmir) पहुंची? और क्या यह कोई बड़ी साजिश का हिस्सा थी? तो चलिए जानते हैं, आखिर दिल्ली धमाके के पीछे क्या है पुलवामा कनेक्शन और कैसे खुली एक-एक परत।
8 की मौत, राजधानी में हड़कंप

सोमवार शाम दिल्ली के लाल किले (Red Fort) के पास चलती I-20 कार में अचानक धमाका (Blast) हुआ। चंद सेकंड में ही आग की लपटें उठीं और आसपास अफरा-तफरी मच गई। इस भीषण विस्फोट में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 घायल हैं। धमाका जिस जगह हुआ, वह दिल्ली का हाई-सिक्योरिटी जोन माना जाता है। ऐसे में यह सवाल उठ खड़ा हुआ कि आखिर इतनी सख्त सुरक्षा के बावजूद इतना बड़ा ब्लास्ट कैसे हुआ? पुलिस, एनएसजी और फॉरेंसिक टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि धमाका कार के अंदर रखा विस्फोटक उपकरण फटने से हुआ। अब एजेंसियां इस बात की तह तक जाने की कोशिश में हैं कि इस कार तक विस्फोटक पहुंचा कैसे।
हरियाणा नंबर की कार, जांच में सामने आया पहला सुराग
जांच एजेंसियों को धमाके के बाद कार के अवशेषों से एक अहम सुराग मिला! उसका रजिस्ट्रेशन नंबर HR26CE 7674। RTO रिकॉर्ड से पता चला कि यह I-20 कार हरियाणा के गुरुग्राम निवासी मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। जैसे ही पुलिस सलमान तक पहुंची, उसने बताया कि उसने यह कार डेढ़ साल पहले बेच दी थी। पूछताछ के दौरान सलमान ने यह भी कहा कि उसने सभी डॉक्यूमेंट्स सही तरीके से ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने सलमान के बयान के बाद उन सभी चैनल्स की लिस्ट तैयार की, जिनके ज़रिए यह कार आगे बिकी थी। इसी से जांच की अगली कड़ी खुली।
ओखला से अंबाला और फिर पुलवामा
मोहम्मद सलमान (Mohammad Salman) ने बताया कि उसने अपनी कार दिल्ली के ओखला निवासी देवेंद्र को बेची थी। जब पुलिस देवेंद्र तक पहुंची, तो उसने बताया कि उसने वही कार हरियाणा के अंबाला में किसी व्यक्ति को बेच दी थी। अंबाला पुलिस को तुरंत जांच में शामिल किया गया। ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड्स और ट्रांसफर डॉक्यूमेंट्स खंगालने के बाद जो जानकारी सामने आई, उसने सभी को चौंका दिया। पता चला कि यह कार अंबाला से निकलकर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा पहुंच गई। यानी यह साधारण कार नहीं, बल्कि कई हाथों से गुज़रकर अब एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन चुकी थी।
पुलवामा के तारिक के हाथों में ब्लास्ट कार
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) सूत्रों ने बताया कि कार को आखिर में पुलवामा निवासी तारिक नाम के व्यक्ति ने खरीदा था। पुलिस के पास अब उसकी तस्वीर भी है जिसमें वह उसी I-20 कार के सामने हाथ में चाबी लिए खड़ा दिख रहा है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या तारिक का संबंध किसी आतंकी संगठन से है या उसे किसी ने इस्तेमाल किया। फिलहाल पुलिस ने J&K पुलिस के साथ मिलकर उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश शुरू कर दी है। इस कनेक्शन ने पुलवामा की यादें ताज़ा कर दी हैं, जब 2019 में भी एक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब यह जांच देशभर में फैले संभावित नेटवर्क की दिशा में आगे बढ़ रही है।










