Ranchi Education Expo 2025: बच्चों का भविष्य संवारने का एक शानदार मौका शहर को मिला। गुरुवार को डंगराटोली के एक लग्जरी होटल में ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन ने “ग्लोबस एजुकेशन एक्स्पो-2025” का भव्य आयोजन किया। सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चले इस एक्सपो में रांची और आसपास के इलाकों से हज़ारों बच्चे और उनके माता-पिता पहुंचे। सबके चेहरे पर एक ही सवाल था – 12वीं के बाद क्या करें? और जवाब मिला भी – एक ही जगह पर, एक ही दिन में!
विधायक सी.पी. सिंह ने किया उद्घाटन, गौरव राजपूत को दी खूब दाद/Ranchi Education Expo 2025
कार्यक्रम की शुरुआत रांची के लोकप्रिय विधायक श्री सी.पी. सिंह ने ग्लोबस एजुकेशन फाउंडेशन के एमडी और सीईओ गौरव राजपूत के साथ दीप जलाकर की। मौके पर शहर के बड़े-बड़े स्कूलों के प्रिंसिपल, टीचर और देश-विदेश की टॉप यूनिवर्सिटी के लोग मौजूद थे।

सी.पी. सिंह ने कहा, “आज का बच्चा कल का भारत है। उसे सही दिशा और सही मौका चाहिए। गौरव राजपूत ने जो प्लेटफॉर्म तैयार किया है, वो काबिल-ए-तारीफ है। ऐसे आयोजन हर साल होने चाहिए।” उन्होंने गौरव और उनकी पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि इससे बच्चों को बाहर भटकने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
एक छत के नीचे 35 टॉप यूनिवर्सिटी, मेडिकल से लेकर एविएशन तक सब कुछ
एक्सपो में 30-35 बड़ी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों ने अपने स्टॉल लगाए थे। मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ, डिज़ाइन, होटल मैनेजमेंट, एविएशन, जर्नलिज्म, आर्ट्स, कॉमर्स – जो कोर्स सोच सकते हो, उसकी पूरी जानकारी थी।
सबसे बड़ी खुशखबरी यह थी कि कई यूनिवर्सिटी ने मेरिट के आधार पर 50%, 75% और यहाँ तक कि 100% तक स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया। बच्चे और उनके मम्मी-पापा स्टॉल-दर-स्टॉल घूम रहे थे, ब्रोशर ले रहे थे, फीस, हॉस्टल, प्लेसमेंट, स्कॉलरशिप सब पूछ रहे थे। कई बच्चों ने तो मौके पर ही एडमिशन फॉर्म भर दिया।
स्कूलों ने भरी बसें, प्रिंसिपल खुद आए बच्चों के साथ
शहर के लगभग सभी बड़े स्कूलों ने अपने बच्चों को बसों में भरकर एक्सपो भेजा। संत जेवियर्स कॉलेज, सेंट जॉन, डीएवी नीरजा, जेवीएम श्यामली, फिरायालाल पब्लिक स्कूल, गुरुनानक स्कूल, झारखंड पब्लिक स्कूल खलारी, दयानंद आर्यवर्त पब्लिक स्कूल – इन सबके बच्चे आए। कई स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर खुद बच्चों के साथ आए और उन्हें सही कोर्स चुनने में मदद की।
एक प्रिंसिपल ने कहा, “पहले बच्चों को दिल्ली, बैंगलोर, पुणे भेजना पड़ता था जानकारी के लिए। आज सब कुछ रांची में ही मिल गया। ग्लोबस वालों ने कमाल कर दिया।”
करियर काउंसलिंग सेशन ने खोले बच्चों के कान
खास करियर काउंसलिंग सेशन भी चलते रहे। एक्सपर्ट्स ने बच्चों को समझाया कि उनकी रुचि क्या है, कौन सा कोर्स उनके लिए बेस्ट रहेगा। NEET, JEE, CLAT, CUET की तैयारी कैसे करें, विदेश में पढ़ाई के मौके कैसे मिलेंगे – सब बताया।
कई बच्चे तो यह सुनकर चौंक गए कि अच्छे नंबर आए तो पूरी फीस माफ हो सकती है, हॉस्टल फ्री मिल सकता है। लडकियों के लिए तो कई यूनिवर्सिटी ने स्पेशल स्कॉलरशिप भी रखी थी।
मां-बाप भी खुश, बोले बाहर नहीं भेजना पड़ेगा
अभिभावक भी बहुत खुश थे। एक मां ने बताया, “मेरी बेटी डॉक्टर बनना चाहती है। हम सोच रहे थे महाराष्ट्र या कर्नाटक भेजेंगे। यहाँ कई अच्छी मेडिकल यूनिवर्सिटी मिल गईं और स्कॉलरशिप भी। अब पैसा और टेंशन दोनों बचेगा।”
एक पापा ने कहा, “बेटा इंजीनियरिंग करना चाहता है। यहाँ मनिपाल, विट, SRM सबके लोग आए थे। सब कुछ पता चल गया। बहुत अच्छा लगा।”
गौरव राजपूत का वादा, अगले साल और बड़ा करेंगे
समापन पर गौरव राजपूत ने सबका धन्यवाद किया और कहा, “हमारा मकसद सिर्फ एक्सपो करना नहीं है। हम चाहते हैं कि झारखंड का कोई भी बच्चा पैसों की कमी या जानकारी न होने से अपना सपना न छोड़े। अगले साल हम इसे और बड़ा करेंगे, रांची के साथ-साथ जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग – झारखंड के कोने-कोने तक ले जाएंगे।”
शाम को बच्चों ने गौरव राजपूत और उनकी टीम को खड़े होकर तालियाँ बजाकर शुक्रिया कहा। सचमुच यह दिन रांची के हजारों बच्चों और उनके परिवारों के लिए यादगार बन गया।










