समृद्धि इन्फॉर्मेटिक्स प्रा. लि. (SIPL) झारखंड की एक रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी है जिसने गुरुवार 18 सितंबर को अपना नया कॉर्पोरेट ऑफिस शुरू किया और उन्नत ड्रोन तकनीक का अनावरण किया। इस अवसर पर भारत सरकार के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने फीता काटकर कार्यालय का विधिवत उदघाटन किया। यह झारखंड की उस यात्रा का अहम पड़ाव है. जिसमें राज्य खनिजों के लिए ही नहीं बल्कि तकनीकी उत्कृष्टता के लिए भी जाना जाएगा। झारखंड की प्रतिभा और उद्यमशीलता से प्रेरित होकर SIPL भारत की आत्मनिर्भरता को नई पीढ़ी की रक्षा और रणनीतिक तकनीकों में मजबूत बनाने के लिए प्रतिवद्ध है। ड्रोन कंपनी की पहली प्रमुख पहल है जिनका उपयोग रक्षा, कृषि निगरानी खनन और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में होगा। कंपनी का बड़ा लक्ष्य एक पूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करना है. जिससे नवाचार कौशल विकास और रोजगार के अवसर बढ़ें।
ढांचा और उपस्थिति

2 रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (RPTO) प्रशिक्षित ड्रोन पायलट और तकनीशियन तैयार करने के लिए। जल्द ही झारखंड और उत्तर प्रदेश में दो RPTO शुरू किए जाएंगे।
3 विनिर्माण इकाइयाँ रांची. बोकारो और दिल्ली-एनसीआर में जहाँ डिजाइन से लेकर उत्पादन तक सभी काम होंगे।
25 एकड़ का मेगा ड्रोन सिटी (पोजना) भारत के सबसे बड़े ड्रोन हब में से एक बनने जा रहा है। यह नई तकनीक विकसित करेगा और झारखंड के युवाओं को सशक्त बनाते हुए लगभग 8.000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर देगा।

मुख्य क्षमताएँ
- ड्रोन अनुसंधान और उत्पादन डिज़ाइन से लेकर बड़े पैमाने पर निर्माण तक लक्ष्य है कि सभी पुर्जे भारत में ही बने।
- उन्नत ड्रोन तकनीक रक्षा कृषि खनन लॉजिस्टिक्स और निगरानी के लिए आधुनिक समाधान।
- काउंटर ड्रोन सिस्टम जीपीएस स्यूफिंग एंटी ड्रोन जैमर और पोर्टेबल जैमिंग गन जैसी आधुनिक तकनीक।
- बहु-क्षेत्रीय उपयोग रक्षा और सुरक्षा स्मार्ट कृषि खनन जंगल और वन्यजीव निगरानी तथा लॉजिस्टिक्स।

रणनीतिक रोडमैप
SIPL. आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रही है, ताकि सभी ड्रोन पुर्जो का निर्माण देश में ही हो और आयात पर निर्भरता खत्म हो। IITs और अन्य प्रमुख संस्थानों के साथ मिलकर अनुसंधान कौशल विकास और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल पर जोर दिया जाएगा।
रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन झारखंड के युवाओं को अत्याधुनिक कौशल देगा और उन्हें भारत की तकनीकी प्रगति में भागीदार बनाएगा।
कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य है झारखंड को ड्रोन और रक्षा प्रौद्योगिकी का राष्ट्रीय केंद्र बनाना भारत की सुरक्षा और नवाचार को मजबूत करना और राज्य की तकनीकी पहचान को स्थापित करना।

समृद्ध इन्फॉर्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अतुल त्रिपाठी की सोच है कि झारखंड की पहचान केवल खनिजों तक सीमित न रहे, बल्कि यह उन्नत रक्षा और तकनीकी नवाचार का केंद्र बने। समृद्धि इन्फॉर्मेटिक्स के माध्यम से हम झारखंड के युवाओं को कौशल अवसर और आत्मविश्वास देना चाहते हैं, ताकि वे भारत का भविष्य गढ़ सकें।
बताते चलें कि समृद्धि इन्फॉर्मेटिक्स प्रा. लि. (SIPL) झारखंड की रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी है. जो ड्रोन अनुसंधान, निर्माण और काउंटर ड्रोन सिस्टम में अग्रणी है। वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के विजन से प्रेरित होकर SIPL देश की सुरक्षा, उद्योगों की मजबूती और झारखंड के युवाओं के उत्थान के लिए काम कर रही है।