Indian Women Hockey Coach Resigns: अचानक इस्तीफे से हड़कंप! भारतीय महिला हॉकी टीम में बड़े फेरबदल की आहट तेज

Indian Women Hockey Coach Resigns: भारतीय महिला हॉकी में हलचल हरेंद्र सिंह के अचानक इस्तीफे ने खड़े किए कई बड़े सवाल

Indian Women Hockey Coach Resigns: भारतीय महिला हॉकी टीम से जुड़ी एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। टीम के हेड कोच हरेंद्र सिंह (Harendra Singh) ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि यह फैसला उतना सरल नहीं था, क्योंकि हरेंद्र हाल ही में इस जिम्मेदारी को संभालकर टीम को नई दिशा देने की कोशिश कर रहे थे। उधर, हॉकी इंडिया में अब नए कोच को लेकर तेज हलचल शुरू हो गई है, और सबसे बड़ा नाम उभरकर सामने आया है नीदरलैंड्स (Netherlands) के दिग्गज शोर्ड मारिन (Sjoerd Marijne) टीम को ऐतिहासिक ऊंचाई दिला चुके हैं। इस्तीफा के पीछे का असली कारण क्या है और पूरा मामला क्या है, समझने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़िए…

भारतीय महिला हॉकी में बड़ा बदलाव/Indian Women Hockey Coach Resigns

हरेंद्र सिंह (Harendra Singh) को अप्रैल 2024 में भारतीय महिला हॉकी टीम का हेड कोच बनाया गया था। उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वे टीम को दोबारा उस ऊंचाई पर ले जाएँगे, जहाँ टोक्यो ओलंपिक में टीम चौथे स्थान तक पहुंची थी। हरेंद्र इससे पहले जूनियर मेंस हॉकी टीम को 2016 लखनऊ (Lucknow) वर्ल्ड कप जिताने का शानदार अनुभव रखते थे। लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान टीम वांछित प्रदर्शन नहीं कर पाई और लगातार गिरती फॉर्म चिंता का कारण बन गई। इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों में टीम के भीतर रणनीतिक और तकनीकी बदलावों पर भी चर्चा तेज थी। इसी बीच हरेंद्र का अचानक इस्तीफा भारतीय हॉकी में एक बड़े बदलाव की ओर इशारा करता है। उनके हटने के बाद अब टीम के सामने एक नए दौर की शुरुआत तय मानी जा रही है।

नीदरलैंड्स के शोर्ड मारिन की वापसी के संकेत

हरेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है नीदरलैंड्स के शोर्ड मारिन (Sjoerd Marijne) की। सूत्रों के मुताबिक हॉकी इंडिया उनसे दोबारा कोचिंग की जिम्मेदारी संभालने पर बातचीत कर रहा है। मारिन वही कोच हैं, जिन्होंने भारतीय महिला टीम को टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान तक पहुंचाया था। खिलाड़ियों के साथ उनका बेहतर तालमेल, नई रणनीतियाँ और फिटनेस पर विशेष ध्यान टीम को अलग पहचान दिलाता था। अगस्त 2021 में उन्होंने निजी कारणों की वजह से पद छोड़ा था, लेकिन उनकी वापसी टीम के लिए बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। फिलहाल हॉकी इंडिया इस पर औपचारिक घोषणा करने से पहले सभी पहलुओं पर विचार कर रही है, लेकिन अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि मारिन के नाम पर सहमति लगभग बन चुकी है। इससे महिला हॉकी में नई उम्मीदें जाग उठी हैं।

हरेंद्र सिंह व हॉकी इंडिया का पक्ष

इस्तीफा देते हुए हरेंद्र सिंह (Harendra Singh) ने कहा कि भारतीय महिला टीम को कोचिंग देना उनके करियर का सबसे गर्व का पल रहा है। उन्होंने साफ किया कि उनका फैसला पूरी तरह निजी कारणों से लिया गया है और वे टीम की प्रगति के लिए हमेशा शुभकामनाएँ देते रहेंगे। दूसरी ओर हॉकी इंडिया के प्रेसिडेंट डॉ. दिलीप टिर्की (Dr. Dilip Tirkey) ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि भारतीय हॉकी के विकास में हरेंद्र का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हॉकी इंडिया जल्द ही नए हेड कोच की घोषणा करेगी। वहीं टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों में भी एक नई शुरुआत को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ खिलाड़ी हरेंद्र के अनुभव को मिस करेंगे, जबकि कई लोग नए कोच के आने से बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।

टीम का निराशाजनक प्रदर्शन बना कारण?

बीते एक वर्ष में भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन गिरावट में रहा है। एफआईएच प्रो लीग 2024–25 में टीम 16 में से सिर्फ 2 मैच जीत पाई, जिसके कारण अगले सत्र के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर सकी। एशिया कप में फाइनल हारने के बाद वर्ल्ड कप का सीधा टिकट भी हाथ से निकल गया। ऐसे परिणामों ने हॉकी इंडिया पर दबाव बढ़ा दिया है कि वह तुरंत रणनीतिक बदलाव करे और नए कोचिंग सेटअप के साथ प्रदर्शन सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए। अब गेंद पूरी तरह हॉकी इंडिया के पाले में है। शोर्ड मारिन (Sjoerd Marijne) की संभावित नियुक्ति से टीम के खेल में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है। आने वाले कुछ दिनों में कोचिंग संरचना और टीम कैंप की घोषणा होने की संभावना है। यह तय है कि महिला हॉकी टीम अब एक निर्णायक बदलाव के दौर में प्रवेश कर चुकी है।

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