Taliban Plan For Greater Afghanistan: तालिबान का विवादित दावा! ‘ग्रेटर अफगानिस्तान’ के नक्शे में लाहौर तक दिखाया अपना इलाका

Taliban Plan For Greater Afghanistan: ‘लाहौर में झंडा फहराएंगे’ – तालिबान ने जारी किया नया नक्शा, पाकिस्तान के कई हिस्से बताए अपने

Taliban Plan For Greater Afghanistan: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान सरकार (Taliban Government) ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है। इस बार मामला किसी सैन्य कार्रवाई का नहीं, बल्कि नक्शे का है। तालिबान ने ‘ग्रेटर अफगानिस्तान’ (Greater Afghanistan) के नाम से एक विवादित नक्शा जारी किया है, जिसमें पाकिस्तान के कई इलाके, यहां तक कि लाहौर तक को अफगानिस्तान का हिस्सा बताया गया है। यह कदम उस लंबे सीमा विवाद को और गहरा करने वाला है, जो दशकों से दोनों देशों के बीच तनाव का कारण बना हुआ है।

तालिबान का नया नक्शा और उसका विवाद/Taliban Plan For Greater Afghanistan

काबुल (Kabul) से आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान सरकार ने हाल ही में ‘ग्रेटर अफगानिस्तान’ (Greater Afghanistan) का नक्शा जारी किया है। इस नक्शे में अफगानिस्तान की मौजूदा सीमाओं से बाहर पाकिस्तान (Pakistan) के कई क्षेत्र शामिल किए गए हैं। खास बात यह है कि इसमें डूरंड लाइन — जो दोनों देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमा मानी जाती है — को हटा दिया गया है। तालिबान की इस हरकत ने पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ा दी हैं। लंबे समय से तालिबान इस सीमा को मान्यता नहीं देता, जिसके चलते अफगान-पाक सीमा पर लगातार झड़पें और तनाव की स्थिति बनी रहती है।

खोस्त में हुआ नक्शा प्रस्तुत करने का समारोह

यह नक्शा अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में आयोजित एक समारोह में तालिबान के उप गृह मंत्री मोहम्मद नबी ओमारी को भेंट किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, नक्शे में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और अन्य पश्तून बहुल इलाकों को अफगानिस्तान का हिस्सा बताया गया है। तालिबान का तर्क है कि ये क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से अफगानिस्तान से जुड़े हुए हैं। समारोह में बच्चों और युवाओं को भी शामिल किया गया, जहां 18 साल से कम उम्र के लड़के सैन्य वर्दी में मौजूद थे। यह दृश्य बताता है कि तालिबान नई पीढ़ी में राष्ट्रवादी सोच और सैन्य विचारधारा को गहराई से स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।

पाकिस्तान को तालिबान की कड़ी चेतावनी

खोस्त (Khost) में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान तालिबान के उप गृह मंत्री मोहम्मद नबी ओमारी ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर कोई सैन्य दबाव बनाया, तो तालिबान (Taliban) वैसी ही प्रतिक्रिया देगा जैसी उसने सोवियत संघ और अमेरिका के खिलाफ दी थी। ओमारी ने यह भी स्पष्ट किया कि सीमा विवाद या संभावित संघर्ष के मुद्दे पर तालिबान कोई समझौता नहीं करेगा। इसी समारोह के दौरान आयोजित एक सैन्य परेड में तालिबान लड़ाकों ने देशभक्ति गीतों के साथ यह संदेश दिया कि भविष्य में वे “लाहौर में झंडा फहराने” और “इस्लामाबाद को निशाना बनाने” तक की योजना पर विचार कर सकते हैं।

डूरंड लाइन विवाद की जड़ और बढ़ता तनाव

तालिबान (Taliban) का यह कदम अफगानिस्तान और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच दशकों पुराने डूरंड लाइन विवाद (Durand Line Dispute) को फिर से भड़का सकता है। ब्रिटिश शासनकाल में खींची गई इस सीमा को अफगानिस्तान कभी स्वीकार नहीं करता। अफगान नेताओं का कहना है कि इस रेखा ने पश्तून बहुल इलाकों को विभाजित कर दिया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, तालिबान द्वारा जारी यह नक्शा न सिर्फ पाकिस्तान के खिलाफ सियासी दबाव बढ़ाने की कोशिश है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी खतरा साबित हो सकता है। इससे दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद तनाव और गहराने की आशंका है, जो दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति पर भी असर डाल सकता है।

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