Terror of thieves in Haidergarh : उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में चोरों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही चोरी की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों में दहशत पैदा कर दी है। बुधवार रात गोसुपुर चौराहे पर हुई ताजा चोरी की वारदात ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। नकाबपोश चोरों ने एक विधवा महिला की कपड़े और कॉस्मेटिक सामग्री की दुकान को निशाना बनाया, जहां से हजारों रुपये की नकदी और सामान लूट लिया गया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें बाइक सवार चोरों की साफ तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में कोतवाली प्रभारी अभिमन्यू मल्ल के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। लोग पुलिस पर भरोसा खो चुके हैं और खुद लाठी-डंडे लेकर रातों को जागकर घरों की रखवाली कर रहे हैं।
चोरी की वारदात: विधवा महिला का परिवार उजड़ गया

गोसुपुर चौराहे पर स्थित मंजू देवी की दुकान इलाके के लिए न केवल एक व्यावसायिक केंद्र थी, बल्कि विधवा मंजू देवी और उनके परिवार के लिए एकमात्र रोजी-रोटी का जरिया भी थी। मंजू देवी के पति की मृत्यु के बाद उन्होंने कड़ी मेहनत से यह छोटी सी दुकान संभाली थी, जहां वे कपड़ों और कॉस्मेटिक आइटम्स बेचकर परिवार का पालन-पोषण करती थीं। बुधवार रात करीब 2 बजे के आसपास चोरों ने दुकान का ताला तोड़ दिया। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दो नकाबपोश चोर बाइक पर सवार होकर आए थे। वे पूरी तैयारी के साथ लैस थे – एक ने ताला तोड़ने के लिए औजार का इस्तेमाल किया, जबकि दूसरे ने दुकान के अंदर घुसकर महज कुछ ही मिनटों में नकदी और सामान समेट लिया। चोरों ने न तो कोई जल्दबाजी दिखाई और न ही घबराए। फुटेज में साफ दिख रहा है कि वे बिना किसी रुकावट के दुकान से सामान भरे बैग लेकर फरार हो गए।
पीड़िता मंजू देवी ने घटना के बाद अपनी व्यथा बयां करते हुए कहा, “यह दुकान ही हमारा पूरा परिवार थी। पति के जाने के बाद मैंने दिन-रात मेहनत करके इसे खड़ा किया था। अब सब कुछ उजड़ गया। हजारों रुपये की नकदी और सामान चोरी हो गया, जिससे हमारा भविष्य अंधेरे में डूब गया है।” मंजू देवी ने बताया कि चोरी की राशि का अनुमान 50-60 हजार रुपये से अधिक है, जिसमें कपड़े, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और दुकान की नकदी शामिल है। उन्होंने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा है।
कोतवाली पर सवाल: गश्त क्यों बंद, चोरों के हौसले क्यों बुलंद?
हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि कोतवाली प्रभारी अभिमन्यू मल्ल के नेतृत्व में पुलिस की निगरानी ढीली पड़ गई है। विशेष रूप से रात के समय गश्त पूरी तरह बंद हो चुकी है, जिससे चोरों के हौसले बुलंद हो गए हैं। एक स्थानीय व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “पुलिस रात में दिखाई ही नहीं देती। हम खुद ही लाठी-डंडे लेकर चौराहों पर खड़े हो जाते हैं। कोतवाल साहब से हमारा विश्वास उठ चुका है। अगर यही हाल रहा तो हम खुद चोरों का मुकाबला करेंगे।”
इस इलाके में हाल ही में हुई अन्य चोरियों ने भी लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। अक्टूबर की शुरुआत में ही बहरामपुर मजरे बम्हरौली गांव में चोरों ने एक कोटेदार के घर पर धावा बोल दिया था, जहां से लाखों रुपये की नकदी और जेवरात चोरी हो गए थे। चोर इतने बेशर्म थे कि उन्होंने घर के दो कमरों और बक्सों को खंगाल लिया। इसके अलावा, असन्द्रा बाजार में एक कपड़े की दुकान से पांच अज्ञात महिलाओं ने खरीदारी के बहाने साड़ियां चुरा ली थीं। इन घटनाओं के बावजूद पुलिस की ओर से कोई सख्ती नजर नहीं आ रही, जिससे लोगों में असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है।
जनाक्रोश चरम पर: “चोर पकड़ो, सुरक्षा दो!” की मांग गूंजी
गोसुपुर चौराहे पर हुई चोरी के बाद गुरुवार सुबह स्थानीय व्यापारियों ने कोतवाली का घेराव करने की धमकी दी। दर्जनों दुकानदार सड़कों पर उतर आए और नारेबाजी करने लगे। उनका एक ही मंत्र था – “चोर पकड़ो, सुरक्षा दो!” व्यापारियों ने कहा कि अगर पुलिस ने 48 घंटे के अंदर चोरों को गिरफ्तार नहीं किया तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। एक व्यापारी ने बताया, “हम टैक्स देते हैं, लेकिन बदले में सुरक्षा नहीं मिल रही। रात में बाजार सुनसान हो जाता है, और चोर आराम से आ-जा रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दिया गया है, लेकिन कोई एक्शन क्यों नहीं?”
कोतवाली प्रभारी अभिमन्यू मल्ल ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच चल रही है और जल्द ही चोरों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइक का नंबर ट्रेस कर लिया गया है और छापेमारी की जा रही है। हालांकि, स्थानीय लोगों ने उनके इन दावों पर भरोसा नहीं जताया। जिला प्रशासन ने भी इस मामले में हाई अलर्ट जारी किया है और अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात करने का ऐलान किया है।
क्या कहते हैं आंकड़े: चोरी का सिलसिला कब रुकेगा?
बाराबंकी जिले में इस साल अब तक दर्जनों चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। हैदरगढ़ क्षेत्र में ही पिछले तीन महीनों में कम से कम 15 ऐसी वारदातें रिपोर्ट हुई हैं, जिनमें अधिकांश दुकानों और घरों को निशाना बनाया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में सीमित रोशनी, कम गश्त और आर्थिक तंगी चोरियों को बढ़ावा दे रही है। स्थानीय एसएसपी ने कहा कि साप्ताहिक मीटिंग में कोतवालियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर सुधार की जरूरत है।
यह घटना न केवल मंजू देवी के परिवार के लिए व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि पूरे हैदरगढ़ क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। क्या पुलिस इस आतंक पर लगाम लगाएगी, या चोरों का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा? इलाके की नजरें अब प्रशासन पर टिकी हैं।