Villagers Angry Over The Poor Condition Of The Road In Sareni : जनपद रायबरेली की सरेनी विधानसभा क्षेत्र में लालगंज कस्बे से बछरावां रोड के रेलवे क्रॉसिंग से ग्राम तौधकपुर प्राथमिक विद्यालय तक फैली लगभग 1200 मीटर लंबी सड़क की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। यह सड़क अब पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है और जगह-जगह पानी भर जाने से स्थानीय निवासियों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क से रोजाना करीब 3000 लोगों का आना-जाना होता है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है।
ग्रामवासियों ने बताया कि उन्होंने इस सड़क की मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की हैं। जिलाधिकारी से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग तक को दो बार ईमेल के माध्यम से अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इतना ही नहीं, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग खंड दो, रायबरेली ने इस सड़क को अपनी कार्य योजना में शामिल कर लिया है, फिर भी कोई प्रगति नहीं दिख रही है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय सांसद राहुल गांधी को भी इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन उनके स्तर से भी कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है।

इस बदहाल सड़क के कारण स्थानीय लोगों में गहरा असंतोष व्याप्त है। बारिश के मौसम में पानी भर जाने से सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। बच्चे स्कूल जाने में परेशान होते हैं, जबकि बुजुर्गों और महिलाओं को विशेष दिक्कतें आ रही हैं। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह सड़क हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर इसे जल्द नहीं बनाया गया, तो आने वाले चुनाव में हम 3000 वोट नहीं देंगे। हमारी आवाज को अनसुना किया जा रहा है, जिससे पूरे गांव में तनाव का माहौल है।”
यह सड़क न केवल स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि आसपास के गांवों को जोड़ने वाली मुख्य संपर्क मार्ग भी है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण विकास कार्य रुके हुए हैं, जबकि बजट और योजनाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने मांग की है कि शीघ्र ही सड़क की मरम्मत शुरू की जाए, अन्यथा वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
इस मुद्दे पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि कार्य योजना में शामिल होने के बाद जल्द ही काम शुरू होगा, लेकिन ग्रामीणों को अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं।










