Vishwakarma Mahapanchayat Madhya Pradesh : विश्वकर्मा समाज के लोग अब और संगठित होकर आगे बढ़ने वाले हैं। मध्यप्रदेश में श्री विश्वकर्मा महापंचायत संगठन ने अपनी नई और बड़ी प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया है। इस नई टीम का मकसद साफ है – समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूत करना। प्रदेश अध्यक्ष परमानंद विश्वकर्मा ने पूरी लिस्ट जारी करते हुए कहा कि अब “संतुलन, संपर्क और समन्वय” के अपने मूल मंत्र पर चलते हुए पूरे प्रदेश में काम तेज होगा।
इतनी बड़ी टीम पहली बार बनी

परमानंद विश्वकर्मा ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी में कुल 50 से ज्यादा अहम पदों पर नियुक्तियां की गई हैं। इसमें शामिल हैं
- 1 संगठन महामंत्री
- 1 सह संगठन महामंत्री
- 17 उपाध्यक्ष
- 5 प्रदेश महामंत्री
- 20 मंत्री
- 1 सचिव, 1 सह सचिव
- 1 कोषाध्यक्ष, 1 सह कोषाध्यक्ष
- 1 प्रवक्ता
- 1 मीडिया प्रभारी, 1 सह मीडिया प्रभारी
- 1 कार्यालय मंत्री
परमानंद जी ने कहा, “हमने हर जिले और हर क्षेत्र का ख्याल रखा है। नई टीम में युवा भी हैं, अनुभवी लोग भी हैं। सब मिलकर समाज को आगे ले जाएंगे।” उन्होंने सभी नए पदाधिकारियों को बधाई दी और कहा कि अब जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का बड़ा भरोसा
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमनारायण विश्वकर्मा (जो पहले मध्यप्रदेश विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रहे हैं) ने नई टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि परमानंद विश्वकर्मा संघ-भाजपा में लंबा अनुभव रखते हैं। उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश में समाज नई ऊंचाइयों को छुएगा।
प्रेमनारायण जी ने साफ कहा, “हमारा फोकस दो चीजों पर सबसे ज्यादा रहेगा
- समाज की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना
- राजनीति में विश्वकर्मा समाज की भागीदारी बढ़ाना”
उन्होंने कहा कि अब सिर्फ सामाजिक कार्यक्रम ही नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के हर घर तक पहुंचाना, नौजवानों को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़ना और पॉलिटिकल लीडरशिप तैयार करना मुख्य काम होगा।
संतुलन, संपर्क और समन्वय का मंत्र
परमानंद विश्वकर्मा ने बताया कि संगठन का मूल मंत्र ही है – संतुलन, संपर्क और समन्वय। मतलब हर जिले में मजबूत टीम, हर ब्लॉक-तहसील तक संपर्क और सबके बीच आपसी तालमेल। उन्होंने कहा, “हम किसी से भिड़ने नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने आए हैं। चाहे किसी भी पार्टी का हो, विश्वकर्मा समाज का व्यक्ति अगर आगे बढ़ रहा है तो हम उसका स्वागत करेंगे और साथ देंगे।”
आगे क्या-क्या प्लान है?
नई टीम के सामने कई बड़े लक्ष्य हैं
- हर जिले में जिला कार्यकारिणी बनाना
- युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट और रोजगार मेले लगाना
- महिलाओं के लिए अलग विंग को मजबूत करना
- शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में समाज के बच्चों-बुजुर्गों की मदद करना
- सरकारी योजनाओं की जानकारी घर-घर तक पहुंचाना
- विश्वकर्मा जयंती को बड़े स्तर पर मनाना
परमानंद जी ने कहा, “अब मीटिंगें ही मीटिंगें नहीं होंगी, अब रिजल्ट दिखेगा। हर महीने हमें समाज को कुछ न कुछ देना है।”
निष्कर्ष
इस घोषणा के बाद पूरे मध्यप्रदेश के विश्वकर्मा समाज में खुशी है। सोशल मीडिया पर लोग बधाइयां दे रहे हैं। कई युवा लिख रहे हैं कि अब मौका है समाज को एकजुट करके बड़ा मुकाम हासिल करने का।
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमनारायण विश्वकर्मा ने अंत में कहा, “ये सिर्फ शुरुआत है। आने वाला समय विश्वकर्मा समाज का होगा। हम मेहनतकश लोग हैं, अब संगठित होकर अपनी ताकत दिखाएंगे।”










