Wolf Terror In Bahraich : बहराइच जिले के कैसरगंज तहसील क्षेत्र में अचानक कई दिन बाद फिर शुरू हुआ आदमखोर भेड़िए का हमला, एक दिन पहले एक महिला पर रात को सोते वक्त उसके हाथ उसे घायल कर दिया और कल दिन में लगातार चार बच्चों पर हमले कर उन्हें घायल कर दिया। गनीमत ये रही भेड़िए के हमले में किसी की जान नहीं गई है। सभी घायलों का मेडिकल कालेज बहराइच में इलाज शुरू कराया गया है, लेकिन एक बच्ची की हालत नाजुक होने पर उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। इस घटना के बाद वन विभाग ने पूरे इलाके की घेरा बंदी शुरू कर भेड़िए की तलाश में करीब 20 से अधिक टीमें लगा दी है। कई ड्रोन कैमरे आसमान से भेड़िए पर नजर रख रहे है और भेड़िए की तलाश करने में जुट हुए है।
इस दौरान एक भेड़िया वन विभाग के ड्रोन कैमरे में नजर आ गया इसके बाद वन विभाग के शूटर ने आदमखोर भेड़िए को गोली मार दी लेकिन भेड़िया फिर भी जंगल में भाग निकला अब उसे पकड़ने के लिए फिर से कई ड्रोन आसमान में उड़ाए गए है और उसे तलाश किया जा रहा है। बताया जा रहा है के अभी भी दो भेड़िए इस इलाके में घूम रहे है, लेकिन वन विभाग ने आज पूरी तरह से उसकी घेरा बंदी कर ली है। माना जा रहा है के जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा, कुछ दिन पहले ही भेड़िए ने 6 लोगों की जान ले ली है और अब तक महिला बुर्जुग वा बच्चों को मिला कर करीब तीन दर्जन लोग भेड़िए के हमले में घायल हो चुके है। जिस बच्ची को आज लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है उस बच्ची की भेड़िए के हमले से पेट में गहरे जख्म हो गई थे । जिन गांव में हमले शुरू हुए उन गांव के साथ साथ कई गांव में वन विभाग की कई टीमें अलग अलग पेट्रोलिंग कर ग्रामीणों को जागरूक कर रही है।

सतीश कुमार यादव का बयान
लेकिन एक ही दिन में कई अलग अलग गांव में अचानक शुरू हुए भेड़िए के हमले की खबर जैसे वन विभाग के डीएफओ को मिली। वैसे ही पूरे क्षेत्र में कई डीएफओ की टीमें अपने दल बल के साथ ड्रोन कैमरे लेकर पहुंच गई और रात को भी भेड़िए की तलाश करती रही, जिसका नतीजा भी आज सामने आ गया जैसे ही एक भेड़िया कैमरे की नजर में आया उसके घेर कर वन विभाग के शूटर ने उसे गोली मार दी, जैसे ही भेड़िए को गोली लगी वह जंगल की तरफ भाग निकला। बीते कई घंटे से फॉरेस्ट विभाग की टीमें उसे घाघरा नदी की कछार में उसे तलाश करने में जुटी है। तस्वीरें आप साफ देख सकते है कि किस तरह से आज वन के लोग बंदूकें लेकर उस आदमखोर भेड़िए की तलाश कर रहे है। हर तरफ से घेरा बंदी की गई है किसी भी हाल में भेड़िए को पकड़ना है ।
भेड़िए के हमले आज इन इलाकों में हुए है और उन सभी घायलों के नाम ये हैं :
जिसमें बलराज पुरवा में चालीस साल की दुर्गा वती पर भेड़िए ने सोते समय हमला किया था, दूसरा हमला बहराइचन पुरवा की रहने वाली तीन साल की मोनिका के गले पर भेड़िए ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसे बहराइच मेडिकल कॉलेज के डाक्टरो ने लखनऊ रेफर कर दिया गया है।
वहीं आठ साल की मीना कुमारी पर उस वक्त भेड़िए ने हमला किया जब वो नल से पानी भरने गई थी, ये बच्ची गोडहैय्या नम्बर एक की रहने वाली है। उसके बाद बेल्हा पुरवा में 6 साल की पुष्पा पर घर के बाहर खेलते वक्त भेड़िए ने उसकी गर्दन पर हमला कर दिया, जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उसके बाद भेड़िए ने लोनियन पुरवा में फिर एक पांच साल के बच्चे चन्द्र सेन पर शाम करीब साढ़े तीन बजे उस वक्त हमला किया जब ये बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, इसे भी बहराइच के मेडिकल कालेज में भर्ती कर दिया गया है।
इन हमलों के बाद आज जिस तरह से वन विभाग की टीम ने भेड़िए की धर पकड़ शुरू की है, माना जा रहा है के अब भेड़िए का अंत आ गया और कोई भी भेड़िया अब बचेगा नहीं, या पकड़ जाएगा या फिर उसे गोली मार दी जाएगी ।