कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के मर्जर के खिलाफ स्वराज इंडिया पार्टी का मुख्य मंत्री को ज्ञापन
कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार को स्वराज इंडिया पार्टी के पदाधिकारी ने विरोध करते हुए ज्ञापन सौंपा है। सरकार के आदेश के खिलाफ यहां विरोध किया जा रहा है। कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालयों को बंद करके उनके छात्रों को अन्य किसी विद्यालय में मर्ज किए जाने वाले शासनादेश के खिलाफ स्वराज इंडिया पार्टी ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन देकर उक्त फैसले को वापस लिए जाने की मांग की है। स्वराज इंडिया पार्टी की रायबरेली इकाई के सैकड़ों लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर विद्यालयों को बंद ना किए जाने की मांग की है। स्वराज इंडिया पार्टी के जिलाध्यक्ष राम विलास यादव ने कहा कि आए दिन बेटियों के साथ अपराध होने की घटनाएं प्रकाश में आती है ऐसे में यदि विद्यालय घर से दूर हो जाएँगे तो बेटियों के साथ अपराध की घटना होने की सम्भावना बढ़ सकती है। विद्यालय दूर हो जाने की दशा में अभिवावको के मन में बेटियों के साथ अपराध की आशंका रहेगी और तब अभिवावक बेटियों की शिक्षा बंद करवा सकते है और परिणाम स्वरुप ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां शिक्षा से वंचित हो जाएँगी। पार्टी के प्रांतीय नेता पुष्कर पाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वालों छात्रों के अभिवावक खेती या दिहाड़ी मजदूरी करते है, विद्यालय दूर हो जाने की दशा में इन अभिवावकों के पास अपने बच्चों को स्कूल लेने या छोड़ने जाने का समय नहीं रहेगा क्योंकि यदि ये अपने बच्चों को स्कूल लेने और छोड़ने जाएँगे तब ये खेती या मजदूरी नहीं कर पाएंगे परिणाम स्वरुप ये अभिवावक बच्चों की पढ़ाई बंद करवा कर उन्हें घर पर बिठा देंगे या मजदूरी में लगा देंगे, साथ ही यदि सरकारी स्कूल बंद होंगे तब प्राइवेट विद्यालयों की मन मानी बढ़ जाएगी, जिससे शिक्षा का व्यवसायी करण हो जाएगा, इसलिए सरकार को इस गरीब व मजदूर विरोधी फैसले को वापस लेना चाहिए। ज्ञापन देने में संजय कुमार राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जय किसान आंदोलन, राकेश सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष स्वराज इंडिया पार्टी शिव प्रताप मौर्य, जिला अध्यक्ष जय किसान आंदोलन रायबरेली, संजय यादव, रेखा, गौरी, पूजा, हसमत, सुनीता, औसाना, प्रीतम, शिवशंकर, अवनीश, अखिलेश श्रीवास्तव, ऋषभ, ब्रजेश, रवी मौर्य, धनंजय साहू, धीरज कुमार, संतराम आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।