भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है : अतुल सिंह

रायबरेली : कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव एवं ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी अतुल सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोकतंत्र विरोधी रवैये का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा को लोकतंत्र पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है। उन्होंने हाल ही में एक टीवी डिबेट में भाजपा के प्रवक्ता द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी दिए जाने की घटना का जिक्र करते हुए इसे भाजपा की गोडसे विचारधारा का प्रतीक बताया। सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा को अपने प्रवक्ता पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा यह पूरी पार्टी की मानसिकता को उजागर करेगा।

अतुल सिंह ने मंगलवार को ऊंचाहार क्षेत्र में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे नेता, न्याय की आवाज बन चुके जननायक श्री राहुल गांधी जी को भाजपा के प्रवक्ता ने लाइव टीवी डिबेट में गोली मारने की बात कही है। इसकी पूरा देश निंदा कर रहा है। देश के करोड़ों लोग श्री राहुल गांधी जी के साथ खड़े हैं। भाजपा की यह सोच गोडसे की विचारधारा को दर्शाती है। मोदी जी की भाजपा गरीबों, दलितों, पिछड़ों की जो बात करेगा, उसको गोली मारेंगे। भाजपा अपने प्रवक्ता पर तुरंत कार्यवाही करे।” सिंह का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह हाल की घटना से सीधे जुड़ा हुआ है।

घटना का पृष्ठभूमि: टीवी डिबेट में धमकी

यह विवाद तब शुरू हुआ जब 26 सितंबर को केरल के एक प्रमुख मलयालम न्यूज चैनल न्यूज18 केरल पर लद्दाख हिंसा को लेकर लाइव डिबेट हो रही थी। डिबेट में भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) अध्यक्ष प्रिंटू महादेव ने राहुल गांधी के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “राहुल गांधी को सीने में गोली मार दी जाएगी।” यह बयान डिबेट के दौरान विपक्ष के तर्कों का जवाब देते हुए आया, जब महादेव ने राहुल गांधी की लद्दाख यात्रा और वहां की स्थिति पर की गई टिप्पणियों को निशाना बनाया।

यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने इसे जान से मारने की खुली धमकी करार दिया। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने 28 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की। पत्र में कहा गया, “यह कोई जुबान फिसलना या अतिशयोक्ति नहीं है, बल्कि विपक्ष के नेता के खिलाफ सोची-समझी हिंसक धमकी है। प्रिंटू महादेव के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए, वरना इसे सरकार की मिलीभगत माना जाएगा।” कांग्रेस ने इसे आरएसएस-भाजपा की वैचारिक हार का परिणाम बताते हुए कहा कि राहुल गांधी की न्यायपूर्ण लड़ाई से भाजपा परेशान है।

अतुल सिंह का राजनीतिक सफर और स्थानीय संदर्भ

ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के निवासी अतुल सिंह लंबे समय से कांग्रेस के सक्रिय नेता रहे हैं। वे 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ऊंचाहार से कांग्रेस के प्रत्याशी थे, जहां उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए मजबूत अभियान चलाया। चुनावी हार के बावजूद सिंह ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी और प्रदेश सचिव के रूप में कार्यरत हैं। वे अक्सर क्षेत्र के गांवों में चौपालें लगाकर जनता की समस्याएं सुनते हैं और कांग्रेस की नीतियों को प्रचारित करते हैं।

पिछले कुछ महीनों में सिंह ने कई मौकों पर भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना की है। उदाहरण के लिए, फरवरी 2025 में उन्होंने ऊंचाहार के दर्जनों गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया, जहां उन्होंने कांग्रेस की न्यायपूर्ण नीतियों को गरीबों, दलितों और पिछड़ों के बीच पहुंचाया। अक्टूबर 2024 में ऊंचाहार के सुदामापुर में एक परिवार की हत्या की घटना पर उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की थी और न्याय की मांग की थी। सिंह का यह ताजा बयान उनके द्वारा लगातार उठाई जा रही लोकतांत्रिक मुद्दों की लड़ाई का हिस्सा लगता है।

कांग्रेस का व्यापक रुख और देशव्यापी प्रतिक्रिया

अतुल सिंह के बयान के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में इस घटना का विरोध दर्ज कराया है। पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे “गोडसेवादी चरित्र” का प्रमाण बताते हुए कहा, “गांधी बनने में उम्र लगती है, गोडसे होना तो एक पल की कायरता है।” सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पूछा, “क्या राहुल गांधी को महात्मा गांधी या इंदिरा गांधी की तरह गोली मारने की साजिश चल रही है?” झारखंड की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की।

कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्वी सिंहभूम जिले में बिष्टुपुर थाने पहुंचे और प्रिंटू महादेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। पार्टी ने कहा कि यह घटना भाजपा की नफरत की राजनीति को उजागर करती है, जहां असहमति की आवाज को दबाने के लिए हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। राहुल गांधी के समर्थक सोशल मीडिया पर #StandWithRahulGandhi और #SaveDemocracy जैसे हैशटैग ट्रेंड करा रहे हैं।

भाजपा का मौन और भविष्य की संभावनाएं

भाजपा की ओर से अब तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। प्रवक्ता प्रिंटू महादेव ने भी अपनी टिप्पणी पर सफाई नहीं दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मौन भाजपा की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इससे पार्टी की छवि पर असर पड़ेगा। अतुल सिंह ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो कांग्रेस सड़क से संसद तक आंदोलन तेज करेगी।

यह घटना भारतीय राजनीति में हिंसक बयानों की बढ़ती प्रवृत्ति को रेखांकित करती है, जहां टीवी डिबेट्स बहस से ज्यादा धमकियों का मैदान बनती जा रही हैं। अतुल सिंह का बयान न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस की आक्रामक रणनीति का संकेत देता है। देशभर के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एकजुट होकर लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प दोहरा रहे हैं।

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