India Enters 6G Age: भारत डिजिटल क्रांति की एक और नई ऊंचाई छूने जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में दुनिया का सबसे बड़ा टेक और टेलीकॉम इवेंट — इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 (IMC 2025) — शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मेगा इवेंट का उद्घाटन करेंगे, जो तकनीक, नवाचार और भविष्य की कनेक्टिविटी पर केंद्रित रहेगा। 6G नेटवर्क से लेकर सैटेलाइट कम्यूनिकेशन (Satellite Communication) और क्वांटम टेक्नोलॉजी तक, इस बार IMC में कई अहम घोषणाओं और प्रदर्शनों की उम्मीद है। यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में चलने वाला यह आयोजन भारत के तकनीकी परिवर्तन और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
IMC 2025 का आगाज और उद्देश्य”/India Enters 6G Age
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 (India Mobile Congress 2025) का 9वां एडिशन 8 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इस इवेंट का उद्घाटन करेंगे। हर साल की तरह इस बार भी IMC का फोकस टेलीकॉम और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर रहेगा। इस आयोजन को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DOT) और सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) संयुक्त रूप से आयोजित कर रहे हैं। IMC का मकसद भारत में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को गति देना और वैश्विक स्तर पर भारत की तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करना है। दुनिया भर से बड़ी टेक कंपनियां इस आयोजन में हिस्सा ले रही हैं, जिससे भारत का नाम तकनीक की दुनिया में और भी बुलंद होने की संभावना है।

इनोवेट टू ट्रांसफॉर्म’ थीम पर केंद्रित इवेंट
इस बार इंडिया मोबाइल कांग्रेस की थीम ‘Innovate to Transform’ रखी गई है, जो भारत के तेज़ी से हो रहे डिजिटल परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती है। चार दिन चलने वाले इस टेक इवेंट में देश और विदेश की कई कंपनियां अपने नवीनतम प्रोडक्ट्स, सर्विसेज और इनोवेशन्स पेश करेंगी। इस इवेंट में तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञ, उद्योग जगत के दिग्गज और नीति निर्माता एक साथ मंच साझा करेंगे। IMC 2025 का उद्देश्य नई तकनीकों के माध्यम से समाज और उद्योग के बीच पुल बनाना है। भारत सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ विज़न को और सशक्त बनाने के लिए यह आयोजन एक अहम भूमिका निभाएगा, जहां 6G से लेकर क्वांटम कम्युनिकेशन तक पर ध्यान केंद्रित रहेगा।
सैटेलाइट कम्युनिकेशन पर सरकार का फोकस
IMC 2025 में इस बार विशेष रूप से सैटेलाइट कम्युनिकेशन (SATCOM) पर जोर दिया जा रहा है। भारत सरकार (Government Of India) इस क्षेत्र में तेज़ी से निवेश बढ़ा रही है और इसे देश के डिजिटल बुनियादी ढांचे का अहम हिस्सा मान रही है। टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि आने वाले वर्षों में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सेक्टर में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी। इस तकनीक से दूरदराज के इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी संभव होगी। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत 6G और सैटेलाइट आधारित इंटरनेट के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाए। IMC के जरिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बीच साझेदारी को भी प्रोत्साहन देने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्लोबल कंपनियों की बड़ी भागीदारी
इस बार IMC 2025 में कनाडा, जापान, ब्रिटेन, रूस, आयरलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे देशों की टेक कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। कुल मिलाकर 400 से अधिक कंपनियां और 7,000 से ज्यादा ग्लोबल डेलीगेट्स इस इवेंट में मौजूद रहेंगे। अनुमान है कि चार दिनों के दौरान लगभग 1.5 लाख विजिटर्स IMC का हिस्सा बनेंगे। यह आयोजन न केवल तकनीकी प्रदर्शन का मंच है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अवसर भी प्रदान करता है। विदेशी कंपनियां भारत के तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल मार्केट में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं। इससे भारत को ग्लोबल टेक्नोलॉजी हब के रूप में पहचान देने की दिशा में बड़ा बल मिल रहा है।
नई तकनीकों पर रहेगा फोकस
IMC 2025 में इस बार कई उभरती तकनीकों पर गहराई से चर्चा होगी। इनमें 6G नेटवर्क, ऑप्टिकल कम्युनिकेशन, सेमिकंडक्टर्स, क्वांटम कम्युनिकेशन और फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर्स प्रमुख विषय होंगे। आयोजन के दौरान साइबर सुरक्षा और फ्रॉड प्रिवेंशन से जुड़े सत्र भी रखे जाएंगे, जिनका उद्देश्य लोगों को डिजिटल खतरों के प्रति जागरूक करना है। मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस की तुलना में, IMC में हार्डवेयर या कंज्यूमर प्रोडक्ट्स पर कम और तकनीकी समाधान पर अधिक ध्यान दिया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का आयोजन भारत के तकनीकी भविष्य की दिशा तय कर सकता है। यह कार्यक्रम देश को डिजिटल इनोवेशन के नए युग में ले जाने का संकेत है।