Garib Rath Train Caught Fire: शनिवार सुबह लुधियाना (Ludhiyana) से दिल्ली जा रही गरीब रथ ट्रेन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक एक AC बोगी से धुआँ उठने लगा। देखते ही देखते यात्रियों में अफरातफरी फैल गई— कोई चेन खींच रहा था तो कोई अपना सामान छोड़कर बाहर भाग रहा था। ट्रेन सरहिंद स्टेशन (Sirhind Station) के पास थी, जब ये घटना घटी। शुरुआती जांच में इसका कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। राहत की बात यह रही कि किसी की जान नहीं गई और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है।
घटना की शुरुआत — शॉर्ट सर्किट से उठी लपटें/Garib Rath Train Caught Fire
शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे, जब गरीब रथ ट्रेन सरहिंद स्टेशन (Sirhind Station) के पास पहुंच रही थी, तभी 19 नंबर AC बोगी से अचानक धुआँ उठने लगा। यात्रियों ने पहले हल्की जलने की गंध महसूस की और कुछ देर बाद धुआँ फैलने लगा। स्थिति समझते ही एक यात्री ने चेन खींची, जिससे ट्रेन रुक गई और आग फैलने से बच गई। इस बीच लोग घबराकर बाहर भागने लगे, कई यात्रियों ने बिना सामान उठाए ही डिब्बा छोड़ दिया। कुछ यात्रियों को उतरते वक्त हल्की चोटें भी आईं। हादसे के दौरान बोगी के अंदर का माहौल पूरी तरह से भय और अफरातफरी में बदल गया।

पायलट ने दिखाई सूझबूझ— तुरंत पहुंची बचाव टीम
लोको पायलट ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपातकालीन ब्रेक (Emergency Break) लगाया और ट्रेन को तुरंत रोक दिया। साथ ही रेलवे कंट्रोल रूम, पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। कुछ ही मिनटों में फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) की टीम मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने का काम शुरू हुआ। इस बीच, बाकी यात्रियों को नजदीकी डिब्बों में शिफ्ट किया गया। रेलवे इंजीनियर्स और टीटीई की मदद से फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया। प्राथमिक चिकित्सा दलों ने मौके पर पहुंचकर हल्के घायल यात्रियों को इलाज उपलब्ध कराया। लगभग एक घंटे के भीतर आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
रेलवे का आधिकारिक बयान: कोई हताहत नहीं
रेलवे अधिकारियों ने राहत की जानकारी देते हुए बताया कि घटना में किसी यात्री की मौत या गंभीर चोट नहीं हुई। यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के बाद ट्रेन को थोड़ी देर में पुनः रवाना किया गया। अधिकारियों ने बयान जारी कर कहा, “आज सुबह लगभग साढ़े सात बजे पंजाब के सरहिंद स्टेशन के पास ट्रेन संख्या 12204 (अमृतसर–सहरसा) की एक बोगी में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। सभी यात्रियों को समय रहते दूसरे डिब्बों में शिफ्ट कर दिया गया और आग तुरंत बुझा दी गई।” रेलवे ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और तकनीकी टीम को कारणों की पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं।
यात्रियों के अनुभव— घबराहट, धुआँ और अफरातफरी

ट्रेन में सफर कर रहे मुकेश गौतम (लुधियाना निवासी) ने बताया, “हम 18 नंबर बोगी में बैठे थे, तभी लोग चिल्लाते हुए भागने लगे– कहा गया कि 19 नंबर बोगी में आग लग गई है। किसी ने चेन खींची और ट्रेन रुक गई, जिससे सबकी जान बच गई।” अन्य यात्रियों ने बताया कि कुछ ही मिनटों में धुआँ इतना गाढ़ा हो गया कि अंदर कुछ दिख नहीं रहा था। कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई और दरवाजों पर भगदड़ मच गई। हालांकि, रेलवे और फायर विभाग की तत्परता के चलते हादसे को बड़ा रूप नहीं लेने दिया गया। यात्रियों ने राहत जताते हुए कहा कि यह घटना एक बड़ी सीख है कि ट्रेन सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत करने की जरूरत है।