CCS Meeting On Delhi Blast : सख्त हुई मोदी सरकार, आज CCS की हाई-लेवल मीटिंग में होगा बड़ा फैसला?

लाल किले धमाके के बाद देश में हड़कंप, PM मोदी की अध्यक्षता में आज होगी सुरक्षा समीक्षा बैठक

CCS Meeting On Delhi Blast : दिल्ली (Delhi) के लाल किले (Red Fort) के पास सोमवार को हुए धमाके (Blast) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। ऐतिहासिक स्थल के नज़दीक हुआ यह ब्लास्ट न सिर्फ राजधानी की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि केंद्र सरकार को भी अलर्ट मोड (High Alert Mode) पर ले आया है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) खुद इस मामले की कमान संभाल रहे हैं और आज उनकी अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और NSA अजीत डोभाल शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, सरकार केवल सुरक्षा समीक्षा तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि आगे की रणनीति और संभावित जवाबी कदमों पर भी चर्चा होगी। तो चलिए जानते हैं, इस बैठक में क्या हो सकता है बड़ा फैसला और कैसे बदल सकती है भारत की सुरक्षा रणनीति।

लाल किले धमाके के बाद देश में अलर्ट सरकार की सख्त प्रतिक्रिया

दिल्ली (Delhi) के लाल किले (Red Fort) के पास सोमवार शाम हुआ धमाका राजधानी के दिल में दहशत का माहौल पैदा कर गया। इस विस्फोट में 8 लोगों की मौत और 24 घायल हुए। यह इलाका दिल्ली का सबसे सुरक्षित जोन माना जाता है, ऐसे में घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को झकझोर दिया। धमाके के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी गई और उन्होंने अपने भूटान (Bhutan) दौरे से लौटते ही सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। NSG कमांडो, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और IB मिलकर हर सुराग पर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में RDX जैसे विस्फोटक के इस्तेमाल की आशंका जताई गई है, जो इस केस को और गंभीर बनाता है।

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आज होगी CCS की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक बुलाई गई है। यह बैठक प्रधानमंत्री के आवास पर शाम को होगी। इसमें गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) मौजूद रहेंगे। बैठक में दिल्ली धमाके (Delhi Blast) की जांच रिपोर्ट, खुफिया एजेंसियों के इनपुट और संभावित सुरक्षा खतरे पर चर्चा होगी। यह बैठक केवल स्थिति की समीक्षा भर नहीं होगी, बल्कि रणनीतिक जवाब पर भी विचार संभव है। सूत्रों के अनुसार, यह भी तय किया जा सकता है कि जांच किसी राष्ट्रीय एजेंसी जैसे NIA को सौंपी जाए या नहीं। साथ ही, हाई-सिक्योरिटी जोनों में सुरक्षा प्रोटोकॉल को और कड़ा करने पर भी फैसला लिया जा सकता है।

क्या दोहराया जाएगा ऑपरेशन सिंदूर-2?

अब देशभर में एक सवाल गूंज रहा है— क्या सरकार “ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2” पर विचार कर रही है? दरअसल, अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद CCS की बैठक के कुछ दिनों भीतर ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में गुप्त मिशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था। उस अभियान में कई आतंकी ठिकाने तबाह किए गए थे। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दिल्ली धमाके में विदेशी हाथ या आतंकी नेटवर्क का संबंध साबित होता है, तो भारत एक बार फिर “सर्जिकल स्ट्राइक” या “प्रेसिशन अटैक” जैसे कदम उठा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी का हालिया बयान “देश के दुश्मन चाहे कहीं भी हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा” इस दिशा में सरकार के रुख की झलक देता है।

नई सुरक्षा रणनीति और अगला कदम क्या होगा?

सरकार की नीति अब स्पष्ट होती दिख रही है आतंकवाद (Terrorism) को केवल अपराध नहीं, बल्कि युद्ध जैसी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। CCS की आज की बैठक में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा ढांचे की नई रणनीति पर चर्चा होगी। सूत्रों के अनुसार, राजधानी में एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence System) से लेकर बॉर्डर मॉनिटरिंग तक कई स्तरों पर समीक्षा की जा रही है। सभी राज्यों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। एजेंसियों को आदेश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जाए। आज की बैठक इस दिशा में टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है क्योंकि यह सिर्फ एक धमाके की जांच नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति के अगले अध्याय की शुरुआत है।

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