Big Action On Jharkhand ACB: झारखंड ACB का बड़ा एक्शन, जेल में बंद IAS विनय चौबे समेत 8 लोगों के खिलाफ FIR हुई दर्ज

Big Action On Jharkhand ACB: झारखंड ACB ने लिया बड़ा एक्शन, IAS विनय चौबे समेत 8 लोगों के खिलाफ FIR हुई दर्ज

Big Action On Jharkhand ACB: झारखंड (Jharkhand) में निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे (IAS Vinay Kumar Chaubey) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पहले से ही कई घोटालों में जेल में बंद चौबे के खिलाफ अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो—ACB रांची (ACB Ranchi) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। 24 नवंबर 2025 को स्थानीय थाना कांड संख्या 20/2025 के तहत दर्ज की गई नई प्राथमिकी ने पूरे प्रशासनिक तंत्र में हलचल मचा दी है। इस FIR में चौबे के साथ उनकी पत्नी, सुसर, साले और उनके सहयोगियों तक को अभियुक्त बनाया गया है। आरोप गंभीर हैं अवैध साधनों से अकूत संपत्ति अर्जित करना, कमीशन लेना और धन को दूसरों के नाम पर छिपाना।

निलंबित IAS विनय कुमार चौबे पर विवाद/Big Action On Jharkhand ACB

झारखंड कैडर के आईएएस विनय कुमार चौबे (IAS Vinay Kumar Chaubey) लंबे समय से कई गंभीर आरोपों के चलते विवादों में रहे हैं। वे फिलहाल जेल में बंद हैं और उन पर राज्य की नई शराब नीति में लगभग 38 करोड़ रुपये के घोटाले, पद के दुरुपयोग, धोखाधड़ी और अपराधियों से मिलीभगत का आरोप है। इस मामले में वे 20 मई 2025 को गिरफ्तार हुए थे और तभी से न्यायिक हिरासत में हैं। इसके अलावा, हजारीबाग (Hazaribagh) के खासमहल जमीन घोटाले, वन भूमि घोटाले और आय से अधिक संपत्ति रखने जैसे मामलों में भी उनके खिलाफ जांच चल रही है। वर्ष 2008–2010 के दौरान जमीन की अवैध खरीद-बिक्री एवं साजिश रचने के आरोपों ने उनके करियर को विवादों के घेरे में ला दिया। अब ACB की नई FIR ने इनके खिलाफ कार्रवाई को और मजबूत कर दिया है।

ACB ने दर्ज की अवैध साधनों से धन संग्रह की FIR

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ACB रांची (ACB Ranchi) ने 24 नवंबर 2025 को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्थानीय थाना कांड संख्या 20/2025 के तहत नई FIR दर्ज की। इस केस में न सिर्फ विनय कुमार चौबे, बल्कि उनके परिवार के कई सदस्य आरोपी बनाए गए हैं। FIR में चौबे की पत्नी स्वपना संचिता (Swapna Sanchita), सुसर सत्येन्द्र नाथ त्रिवेदी (Satyendra Nath Trivedi), साला शिपिज त्रिवेदी (Shipij Trivedi), साला की पत्नी प्रियंका त्रिवेदी (Priyanka Trivedi), सहयोगी विनय कुमार सिंह (Vinay Kumar Singh) और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह (Snigdha Singh) का नाम शामिल है। सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 49, 61(2) तथा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 13(1)(b) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि चौबे ने अवैध साधनों से धन जुटाया, अपने संपर्कों के माध्यम से उसे छिपाया और बड़े पैमाने पर निवेश किया।

दस्तावेज और बयानों से खुली परतें

ACB की जांच में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और बैंक खातों की गतिविधियां सामने आईं, जिनसे पता चलता है कि विनय कुमार चौबे ने आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित की। जांच रिपोर्ट के अनुसार, चौबे के घरेलू खर्च नाममात्र के दिखाए गए, जबकि नियमों के अनुसार आय का कम से कम एक-तिहाई हिस्सा खर्च होना चाहिए। बैंक खातों में जमा राशि, निवेश और ट्रांजैक्शन उनकी घोषित आय से मेल नहीं खाते। जांच टीम का कहना है कि चौबे ने परिवार और सहयोगियों की मदद से धन को एक खाते से दूसरे खाते में ले जाकर ट्रैक छिपाने की कोशिश की। ACB के अनुसार उनके खिलाफ प्रस्तुत साक्ष्य ठोस और विश्वसनीय हैं, जिनके आधार पर FIR दर्ज की गई है।

बढ़ सकती है गिरफ्तारी और संपत्ति जब्ती

निलंबित आईएएस विनय कुमार चौबे (IAS Vinay Kumar Choubey) पहले ही कई मामलों में जेल में बंद हैं, लेकिन ACB की इस नई FIR के बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ना तय माना जा रहा है। एजेंसी अब अवैध आय, निवेश, जमीन सौदों और रिश्तेदारों के खातों की गहन जांच कर रही है। मामले में शामिल अन्य अभियुक्तों से भी पूछताछ की तैयारी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर जांच में आरोप साबित हुए, तो उनकी संपत्ति जब्त होने और नई धाराओं के तहत कड़ी सजा का रास्ता खुल सकता है। राज्य सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है, और ACB की कार्रवाई आने वाले दिनों में और तेज होने की संभावना है। फिलहाल पूरा मामला आगे की जांच के अधीन है और ACB ने कहा है कि जल्द ही महत्वपूर्ण अपडेट साझा किए जाएंगे।

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