Dharmendra Last Rites Mystery: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (Dharmendra) के 24 नवंबर को निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को बेहद प्राइवेट रखा गया, जिसने देशभर के फैंस को हैरान कर दिया। परिवार ने उसी दिन गुपचुप तरीके से दाह संस्कार कर दिया, और कई बड़े सितारों ने श्मशान घाट पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। लेकिन फैंस के मन में एक ही सवाल था कि आखिर इतना चुपचाप अंतिम संस्कार क्यों किया गया? अब यह राज खुद हेमा मालिनी (Hema Malini) ने खोला है। यूएई फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी (Hamad Al Reyami) ने हेमा से मुलाकात के बाद बताया कि उनके बयान बेहद दर्दभरे और भावनात्मक थे। धर्मेंद्र के आखिरी दिनों में क्या हुआ था? उनकी हालत कैसी थी? और अंतिम संस्कार को निजी रखने का निर्णय क्यों लिया गया?
धर्मेंद्र का निधन और फैंस की हैरानी/Dharmendra Last Rites Mystery
24 नवंबर को धर्मेंद्र (Dharmendra) का उनके मुंबई स्थित घर पर निधन हुआ। 89 वर्ष की उम्र में वह लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और कुछ दिन पहले ही उन्हें ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल (Breach Candy Hospital, Mumbai) से छुट्टी मिली थी। परिवार ने उसी दोपहर गुप्त रूप से उनका अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे फैंस के बीच गहरा असंतोष नजर आया। सोशल मीडिया पर हजारों संदेश आए कि देश के इतने प्रिय अभिनेता को बिना सार्वजनिक श्रद्धांजलि के विदा क्यों किया गया। कई लोगों ने सवाल उठाया कि क्या यह परिवार का निजी निर्णय था या किसी और वजह से अंतिम संस्कार सीमित रखा गया? बॉलीवुड के कई बड़े चेहरे अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), शाहरुख खान (Shah Rukh Khan), सलमान खान (Salman Khan) और आमिर खान (Aamir Khan) श्रद्धांजलि देने जरूर पहुंचे, लेकिन आम लोगों के लिए पहुंचना संभव नहीं था। इसी प्रश्न ने पूरे मामले को एक रहस्य बना दिया था।

धर्मेंद्र के आखिरी दिनों की सच्चाई
यूएई फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी (Hamad Al Reyami) ने हेमा मालिनी (Hema Malini) से मुलाकात के बाद जो बातें बताईं, वे दिल दहलाने वाली थीं। उन्होंने कहा कि हेमा मालिनी अभी भी गहरे सदमे में हैं और अपने दर्द को छिपाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। हमाद के साझा किए नोट के मुताबिक, हेमा ने बताया कि धर्मेंद्र के आखिरी दिन बेहद कठिन और दर्दनाक थे। वह अपने मन की गहरी पीड़ा, कमजोरी और बीमारी किसी को दिखाना नहीं चाहते थे। हेमा ने कहा कि वह हमेशा चाहते थे कि लोग उन्हें उसी रूप में याद करें- एक मजबूत, खुशमिजाज और करिश्माई हीरो के रूप में। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र अपनी कविताओं और लेखन को छपवाना चाहते थे, लेकिन बीमारी ने उन्हें पूरा होने का मौका नहीं दिया। उनकी इन अधूरी इच्छाओं का दर्द हेमा मालिनी आज भी अपने भीतर महसूस कर रही हैं।
क्यों नहीं मिले फैंस को अंतिम दर्शन?
हमाद अल रेयामी (Hamad Al Reyami) ने बताया कि हेमा मालिनी ने साफ शब्दों में कहा कि परिवार को फैंस के लिए अंतिम दर्शन न होने का बेहद अफसोस है। लेकिन यह फैसला बहुत सोच-समझकर लिया गया था। हेमा ने कहा कि धर्मेंद्र जिंदगी भर नहीं चाहते थे कि किसी भी हालत में लोग उन्हें कमजोर, टूटे हुए या बीमार अवस्था में देखें। उन्होंने अपना दर्द हमेशा अपने भीतर रखा- यहां तक कि सबसे करीबी लोगों से भी। हेमा ने भारी मन से कहा, “जो हुआ वह दया थी।” उनकी हालत अंतिम दिनों में इतनी खराब थी कि परिवार के लिए भी उन्हें देखना मुश्किल था। यही वजह थी कि सार्वजनिक अंतिम दर्शन रखना संभव नहीं था। हेमा ने दुख के साथ यह भी कहा कि अब धर्मेंद्र के बारे में अजनबी किताबें लिखेंगे, लेकिन उनके अपने लिखे शब्द दुनिया तक नहीं पहुंच पाए- यह बात उन्हें भीतर तक तोड़ देती है।
अंतिम संस्कार की प्राइवेट सेरेमनी
फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेंद्र (Dharmendra) की लोकप्रियता और सम्मान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके अंतिम संस्कार के निजी माहौल में भी बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार बड़ी संख्या में पहुंचे। अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), सलमान खान (Salman Khan), आमिर खान (Aamir Khan), सलीम खान (Salim Khan) और शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) श्मशान घाट पर नजर आए। परिवार ने अत्यंत शांत और सीमित उपस्थिति में विधि पूरी की, जैसा कि धर्मेंद्र की इच्छा भी थी। यह भी बताया गया कि उनकी कमजोर हालत के चलते उनका चेहरा अंतिम दिनों में काफी बदल गया था, जिससे फैंस का सामना करवाना परिवार को उचित नहीं लगा। अब, 8 दिसंबर को वह 90 साल पूरे करने वाले थे, और उनके न रहने का खालीपन न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री और लाखों फैंस महसूस कर रहे हैं। आने वाले समय में उनके जीवन और काम पर कई स्मृति कार्यक्रम होने की संभावना है।










