Action Against Pandey, Srivastav & Dubey Gang: झारखंड (Jharkhand) के उतरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र (Chotanagpur Region) में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है। बोकारो जोन के पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर ने हाल ही में एक विशेष बैठक कर संगठित अपराध, उग्रवाद और नारकोटिक्स पर नियंत्रण के लिए रणनीति बनाई है। इस बैठक में ज़ोन के सभी एसपी और कई आला पुलिस अधिकारी मौजूद थे। हाल के दिनों में पांडे गैंग (Pandey Gang), श्रीवास्तव गैंग (Srivastava Gang), राहुल दुबे गैंग (Rahul Dubey gang) जैसे संगठित गिरोह जिले में बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और स्थानीय व्यापारियों व ठेकेदारों के लिए खतरा बन गए हैं। पुलिस की यह विशेष रणनीति अपराधियों पर नकेल कसने और नागरिकों को सुरक्षा देने के मकसद से तैयार की गई है।
आईजी सुनील भास्कर की विशेष मीटिंग/Action Against Pandey, Srivastav & Dubey Gang
गुरुवार को झारखंड (Jharkhand) के रामगढ़ (Ramgarh) जिले में बोकारो जोन के पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर (Sunil Bhaskar) ने एसपी कार्यालय में एक विशेष बैठक आयोजित की। इस मीटिंग में उतरी छोटानागपुर ज़ोन (Chotanagpur Zone) के सभी एसपी और कई आला अधिकारियों को शामिल किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठित अपराध और उग्रवाद के मामलों में कार्रवाई की रणनीति तय करना था। आईजी ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण टिप्स और दिशा-निर्देश दिए ताकि ज़ोन में सक्रिय अपराधियों और गैंगस्टर गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके। इस मीटिंग को विशेष इसलिए भी माना गया क्योंकि इसमें न केवल अपराधियों के खिलाफ बल्कि नारकोटिक्स और इंटेलिजेंस बिल्डअप पर भी फोकस रखा गया।

संगठित गिरोह और अपराधियों की चुनौती
उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र में पांडे गैंग, श्रीवास्तव गैंग, राहुल दुबे गैंग समेत अन्य संगठित गिरोह लगातार बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ये गैंग जिले में व्यापारियों, ठेकेदारों और आम नागरिकों के लिए आतंक का माध्यम बन चुके हैं। कई मामलों में रंगदारी वसूलने जैसी घटनाओं से इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल है। स्थानीय व्यापारी और ठेकेदार भय और असुरक्षा के कारण यहां से पलायन पर विचार कर रहे हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पुलिस विभाग ने एक विशेष एक्शन प्लान तैयार किया है, ताकि अपराधियों और संगठित गिरोह पर नियंत्रण पाया जा सके और इलाके में सुरक्षा की भावना बहाल की जा सके।
कार्रवाई की रणनीति और मौजूद अधिकारी
आईजी सुनील भास्कर (IG Sunil Bhaskar) ने बताया कि जोन के सभी एसपी के साथ मीटिंग कर नारकोटिक्स ड्राइव, सीसीए के तहत क्रिमिनल गैंग्स पर कार्रवाई और इंटेलिजेंस बिल्डअप की रणनीति बनाई गई। इस योजना के तहत अपराधियों पर प्रभावी निगरानी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में धनबाद के एसएसपी प्रभात कुमार, बोकारो के एसपी हरविंदर सिंह, चतरा के एसपी सुमित अग्रवाल, गिरिडीह के एसपी विमल कुमार और कोडरमा के एसपी रित्विक मौजूद थे। अब यह देखने वाली बात होगी कि आईजी द्वारा दी गई यह ‘पाठशाला’ कितनी कारगर साबित होती है और संगठित अपराधियों पर कितनी प्रभावी कार्रवाई हो पाती है।