आज संसद में मोदी सरकार एक बड़ा फैसला करने जा रही है, इसी का परिणाम है, कि,भाजपा समेत एनडीए के सहयोगी संविधान के सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया है,
वही विपक्ष की प्रमुख पार्टी कांग्रेस ने भी अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए आदेशहित किया है, साथी अपने सहयोगी दलों से भी कहा है,कि, आप भी अपने सभी सांसदों को सदन में बुलाए। अब सबसे बड़ा मुद्दा यह है, कि, आखिर कौन सी ऐसी बाजबात आ गई है, दोनों प्रमुख पार्टियों ने अपने सभी सहयोगी दलों के साथ सभी सांसद को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है, आखिर मोदी सरकार अब ऐसा कौन सा तीर मारने जा रही है, जिसके लिए सभी सांसदों का उपस्थित रहना अनिवार्य है।
दरअसल कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सदन में चालू बजट यानी की वित्त मंत्री जो बजट पेश किया है, भाजपा उसे बजट को पास करा सकती है. मोदी सरकार बजट पर अब आगे चर्चा ना कर कर सीधे गिलोटिन के रास्ते इस बिल को पास करवाना चाहती है, यही में वजह समझ में आ रही है, कि, भाजपा हो या कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए आदेशित किया था. अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या वित्त मंत्री ने जो बजट पेश किया है वह पास हो पता है. कि, नहीं?
क्या है गिलोटिन
बता दें कि गिलोटिन एक संसदीय रणनीति का हिस्सा है। इसका इस्तेमाल किसी विधेयक को बिना किसी चर्चा के पास करने के लिए किया जाता है। जब सरकार किसी विधेयक को जल्दी से जल्दी पारित करना चाहती है, तब इस नियम का इस्तेमाल किया जाता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को सदन में बजट पेश किया था।
बता दें कि सरकार की तरफ से पेश किए गए बजट को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। सत्र का हर दिन हंगामेदार रहा है। ऐसे में अब आशंका है कि सरकार गिलोटिन के जरिए बजट को पास कराने की तैयारी में है। वहीं, विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया।