रिपोर्ट : अविनाश कुमार
तीन दिवसीय बिहार दिवस के मुख्य समारोह की शुरुआत पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। पटना समेत सभी जिलों में इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रम हो रहे हैं। बिहार शनिवार को 113 साल का हो गया है। वर्ष 1912 में 22 मार्च को बंगाल से अलग होकर बिहार प्रांत बना था। पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर और गुब्बारे उड़ाकर किया। मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, भागलपुर, मधेपुरा, गया समेत सभी शहरों में बिहार दिवस पर आयोजन रखे गए हैं। विदेश में भी प्रवासियों द्वारा बिहार दिवस मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेताओं ने प्रदेश वासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं।
पीएम मोदी ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।’
सरकारी भवन जगमग, गांधी मैदान में आज अभिजीत ने बांधा समा
बिहार दिवस के मौके पर अगले तीन दिनों तक राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। सरकारी भवन नीली रोशनी से जगमग रहेंगे। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय मुख्य समारोह होगा। श्रीकृष्ण मेमोरियालय हॉल, रवींद्र भवन और प्रेमचंद रंगशाला में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाटक की प्रस्तुति है। गांधी मैदान में पहले दिन गायक अभिजीत भट्टाचार्य समां बांधेंगे। प्रेमचंद रंगशाला में विशेष रूप से महिला थीम पर आधारित नाट्य उत्सव होगा, जिसमें सभी पात्र महिलाएं होंगी। नुक्कड़ नाटकों का मंचन होगा।