सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की कारो माइंस दुर्घटनाओं को दे रही है आमंत्रण

रिपोर्ट : अविनाश कुमार

सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की कारो माइंस को इन दिनों प्रॉपर बेंच के अभाव में यह माइंस दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है। इसके बावजूद इस ओर खान सुरक्षा निदेशालय का ध्यान नहीं है। जबकि श्रमिकों के साथ ही पोकलेन ऑपरेटर, डंपर चालक, उपचालक आदि इस माइंस में अपनी जान को जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। बिना प्रॉपर बेंच बनाए ही यहां कोयला खनन कराए जाने के कारण कई मीटर की सीधी ढलान बन गई है, जो कामगारों के लिए हादसे का सबब बन सकती है। खान सुरक्षा निदेशालय के नियम के तहत खुली खदान में कोयला उत्खनन कराने के लिए प्रॉपर बेंच बनाया जाना आवश्यक है। ओपेनकास्ट माइंस में प्रॉपर बेंच इसलिए बनाया जाता है कि कोयला खनन के दौरान हाईवॉल के ऊपर से पत्थर, ओबी आदि गिरने पर उसकी जल्द से कामगारों को बचाया जा सके। कुछ मीटर तक उत्खनन कराए जाने के बाद कुछ मीटर जगह छोड़कर खनन का कार्य कराया जाता है, जिससे जो जगह बच जाती है उसे प्रॉपर बेंच कहा जाता है। माइंस में हाईवॉल के ऊपर से गिरने वाले पत्थर, ओबी आदि बेंच पर आकर रुक जाते हैं, जिससे मजदूरों व मशीनों की सुरक्षा होती है।

हैवी ब्लास्टिग कराई जा रही है। कारो माइंस की स्थिति से जब कोडरमा रीजन के खान सुरक्षा निदेशक एन पी देवरी को अवगत कराया गया, तो उन्होंने कहा कि लिखित रूप से विस्तृत जानकारी दी जाए, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रॉपर बेंच बनाकर ही खुली खदानों में कोयला खनन कराया जाता है। इसके बावजूद यदि कारो माइंस में प्रॉपर बेंच बनाए बिना ही कोयला खनन कराया जा रहा है और तो शीघ्र ही निरीक्षण कर स्थानीय प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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