ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
उप संभागीय परिवहन विभाग कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी से लगातार राजस्व का नुकसान हो रहा है। यहां अवैध रूप से चलने वाले वाहनों पर कार्रवाई ना होना भी विभाग पर सवालिया निशान खड़े करता है। दरअसल जिले भर में कृषि के लिए ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन किया जाता है।लेकिन उसमें लगने वाली ट्राली का भी रजिस्ट्रेशन होना चाहिए और ट्रैक्टर का उपयोग कृषि कार्य हेतु ही किया जाना चाहिए। लेकिन यहां किसी और कार्यों में लगे आधे अधूरे नंबरों के सहारे यह ट्रैक्टर ट्राली रोड़ों पर फर्राटा भरते नजर आते हैं। ज्ञात हो कि यहां ट्रैक्टरों में लकड़ी लदी होगी तो कोई ईटे की ढुलाई कर रहा है या फिर मौरंग गिट्टी या सीमेंट लादकर फर्राटा भरते सड़कों पर जरूर दिख जाएंगे। इस पूरे मामले पर जब एआरटीओ प्रशासन अरविंद कुमार यादव से बात की तो उन्होंने साफ तौर पर बताया कि अगर इस तरह के वहांन रोडो पर दिखाई पड़ते हैं, तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाती है। जिस तरह से रोड़ों पर फर्राटा भर रहे इन ट्रैक्टरों को जिन पर ना तो नंबर प्लेट है और जिन पर नंबर है भी वह ना ही हाई सिक्योरिटी नंबर और यह कमर्शियल यूज़ में लिए जा रहे हैं। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। फिलहाल देखना यह होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद उप संभागीय परिवहन अधिकारी इस पर क्या कार्यवाही करते हैं यह देखने वाली बात होगी।