Car Turns Into A Ball Of Fire : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बुधवार दोपहर थाना टीलामोड़ क्षेत्र के टीला शहबाजपुर गांव के पास एक पेट्रोल पंप पर उस समय भगदड़ मच गई, जब एक कार में अचानक भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसमान में काला धुआं छा गया और मौके पर मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। गनीमत रही कि समय रहते फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन अगर आग पेट्रोल पंप तक फैल जाती तो भयानक विस्फोट हो सकता था।
घटना का विवरण: सीएनजी भरवाने आई कार बनी आग का गोला

जानकारी के मुताबिक, दोपहर करीब 2 बजे एक कार सीएनजी गैस भरवाने के लिए टीला शहबाजपुर गांव के निकट स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंची। कार चालक ने गैस फिलिंग शुरू कराई ही थी कि अचानक इंजन के पास से धुआं निकलने लगा। कुछ ही पलों में आग भड़क उठी और पूरी कार जलने लगी। आग की चिंगारियां इतनी तेज रफ्तार से फैलीं कि पंप के आसपास खड़ी अन्य गाड़ियां और उपकरण भी खतरे में पड़ गए।
मौके पर मौजूद पेट्रोल पंप के कर्मचारियों और ग्राहकों ने तुरंत फायर अलार्म बजाया और लोगों को सुरक्षित दूरी पर भेजा। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “आग इतनी तेज थी कि हम सबको लगा कि पूरा पंप ही फट जाएगा। धुआं इतना घना हो गया कि सांस लेना मुश्किल हो गया।” सूचना मिलते ही थाना टीलामोड़ पुलिस और फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायरमैनों ने करीब 30 मिनट की मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह बुझा दिया। कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई, लेकिन पेट्रोल पंप को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
आग लगने का कारण: अभी जांच जारी
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग संभवतः सीएनजी फिलिंग के दौरान इंजन में शॉर्ट सर्किट या गैस लीकेज की वजह से लगी। हालांकि, पुलिस और फायर विभाग के अधिकारी अभी आग के सटीक कारणों की पड़ताल कर रहे हैं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया, “यह एक संकट की स्थिति थी। टीम ने तुरंत कार्रवाई की और आग को फैलने से रोक लिया। वाहन का मालिक भी सुरक्षित है। आगे की जांच में पता चलेगा कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था।”
पुलिस ने पेट्रोल पंप के मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने कहा कि फिलिंग स्टेशन पर सुरक्षा उपकरणों की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। विशेषज्ञों का कहना है कि सीएनजी वाहनों में फिलिंग के दौरान छोटी सी चिंगारी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है, इसलिए चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
राहत: कोई जनहानि नहीं, लेकिन सबक लेने की जरूरत
इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि न होने से सभी ने राहत की सांस ली है। कार चालक और पंप कर्मचारी बाल-बाल बच गए। इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि पेट्रोल पंप के पास हमेशा भीड़ रहती है, इसलिए ऐसी घटनाएं डरावनी लगती हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अगर आग पंप के टैंक तक पहुंच जाती तो पूरा गांव तबाह हो जाता। प्रशासन को ऐसे स्थानों पर और सख्ती बरतनी चाहिए।”
पेट्रोल पंप कर्मचारी का बयान
पेट्रोल पंप कर्मचारी राजेश कुमार (नाम परिवर्तित) : “हमने जैसे ही आग देखी, तुरंत सभी को बाहर निकाला और दमकल को कॉल किया। कार में सीएनजी भर रही थी, इसलिए हमने फिलिंग बंद कर दी। धन्यवाद भगवान का कि कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन अब हम सभी और सावधान रहेंगे।” (वीडियो बाइट उपलब्ध)
यह घटना गाजियाबाद में हाल की आग संबंधी घटनाओं की याद दिलाती है, जहां पिछले महीनों में सिलेंडर विस्फोट और अपार्टमेंट अगलगी जैसी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। प्रशासन ने सभी पेट्रोल पंपों पर सुरक्षा ऑडिट के आदेश दिए हैं ताकि ऐसी अनहड़ी टल सके।










