Dark Side Of Dry Fruits: सेहत के नाम पर गलती न करें! ज़रूरत से ज़्यादा ड्राई फ्रूट्स बन सकते हैं नुकसान की वजह

Dark Side Of Dry Fruits: ‘सुपरफूड’ का ओवरडोज़! जानिए क्यों ड्राई फ्रूट्स का अधिक सेवन सेहत बिगाड़ सकता है

Dark Side Of Dry Fruits: ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) और सीड्स (Seeds) को लंबे समय से हेल्दी डाइट का अहम हिस्सा माना जाता है। इन्हें सुपरफूड (Superfood) कहा जाता है क्योंकि इनमें प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। यही वजह है कि न्यूट्रिशनिस्ट रोजाना सीमित मात्रा में इन्हें खाने की सलाह देते हैं। लेकिन सेहत सुधारने की इस होड़ में बहुत से लोग इनका अत्यधिक सेवन करने लगे हैं जो शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। पाचन से लेकर ब्लड शुगर और स्किन तक, कई हिस्सों पर इसका असर देखा गया है। आइए जानते हैं पूरी खबर कि ड्राई फ्रूट्स का ज़्यादा सेवन कैसे सेहत पर भारी पड़ सकता है।

पाचन तंत्र पर पड़ता है असर/Dark Side Of Dry Fruits

ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो सामान्य रूप से पाचन के लिए लाभकारी है। मगर यही फाइबर अगर शरीर में ज़रूरत से ज़्यादा पहुंच जाए तो गैस, कब्ज़, पेट फूलना या दस्त जैसी परेशानियां शुरू हो सकती हैं। खासकर खाली पेट ड्राई फ्रूट्स खाने से ये दिक्कतें और बढ़ जाती हैं। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स (Nutrition Experts) का मानना है कि बादाम, पिस्ता और अखरोट का सीमित सेवन पाचन सुधारता है, लेकिन जब सेवन ज़रूरत से अधिक होता है, तो शरीर उस फाइबर को सही ढंग से प्रोसेस नहीं कर पाता। इससे पेट में भारीपन और असहजता महसूस हो सकती है। इसलिए ड्राई फ्रूट्स को हमेशा संतुलित मात्रा में और दिन के समय में ही खाना चाहिए।

वजन बढ़ने की बड़ी वजह

ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) कैलोरी से भरपूर होते हैं। इनके अधिक सेवन से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है, जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता है। उदाहरण के तौर पर, यदि आप रोजाना सिर्फ 250 अतिरिक्त कैलोरी ड्राई फ्रूट्स से लेते हैं, तो एक महीने में करीब दो पाउंड तक वजन बढ़ सकता है। काजू, किशमिश, बादाम और अखरोट में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इन्हें सिर्फ एक मुट्ठी (20-30 ग्राम) तक ही सीमित रखें। अनियंत्रित सेवन मोटापे और इससे जुड़ी समस्याओं जैसे हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को जन्म दे सकता है। वजन नियंत्रण में रखना चाहते हैं तो ड्राई फ्रूट्स को स्नैक की तरह खाएं, न कि मील रिप्लेसमेंट की तरह।

ब्लड शुगर और स्किन पर पड़ता असर

कुछ ड्राई फ्रूट्स— जैसे खजूर (Dates), किशमिश (Raisin) और अंजीर (Fig)— में नेचुरल शुगर बहुत ज्यादा होती है। इन्हें अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है। डायबिटीज़ (Diabetes) या हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) के मरीजों के लिए यह स्थिति नुकसानदायक हो सकती है। वहीं, स्किन के मामले में भी ड्राई फ्रूट्स का अधिक सेवन उल्टा असर डाल सकता है। इनमें मौजूद हेल्दी फैट्स और प्रोटीन ऑयल ग्लैंड्स को ज़रूरत से ज़्यादा सक्रिय कर देते हैं, जिससे चेहरे पर तेलियापन, रैशेज या मुंहासे हो सकते हैं। जिनकी त्वचा संवेदनशील है, उन्हें बादाम, अखरोट और पिस्ता सीमित मात्रा में ही खाने चाहिए।

एलर्जी और अस्थमा का खतरा, जानें सही मात्रा

कई बार ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए सल्फर डाइऑक्साइड (Sulfur Dioxide) और अन्य केमिकल्स (Chemical) का इस्तेमाल किया जाता है। ये तत्व कुछ लोगों में एलर्जी, अस्थमा या स्किन रैशेज जैसी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। सांस से जुड़ी बीमारी वाले लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, ड्राई फ्रूट्स की उचित मात्रा लगभग 20-30 ग्राम यानी एक मुट्ठी प्रतिदिन है। इस सीमा में सेवन करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बचाव होता है। सेहतमंद रहने के लिए इन्हें संतुलित मात्रा में शामिल करें, न कि अति में।

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