Ghost In The Crematorium Of Baghpat : बागपत के हिम्मतपुर सुजती गांव से एक रहस्यमयी और हैरान करने वाली खबर सामने आई है। गांव के श्मशान घाट पर एक चिता से अस्थियां गायब हो गईं, जिसके बाद पूरे गांव में डर और दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह सब तांत्रिक क्रिया के लिए किया जा रहा है। मामला हिम्मतपुर सुजती गांव के श्मशान घाट का है। यहां मृतक जितेंद्र पुत्र धर्मवीर, उम्र 47 वर्ष, की बीते शुक्रवार को सुबह दस बजे चिता जलाई गई थी। परिवार के लोग अंतिम संस्कार कर घर लौट गए थे। लेकिन रात करीब दस बजे जब परिजन श्मशान घाट पहुंचे तो वहां का नज़ारा देखकर हैरान रह गए। चिता से अस्थियां गायब थीं… और उसी के पास दो उपले और एक जला हुआ दीया पड़ा मिला। परिजनों ने तुरंत गांव में इसकी सूचना दी, जिसके बाद दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रातभर श्मशान घाट पर पहरा दिया।

घटना का विवरण
बागपत जिले के दोघट थाना क्षेत्र में स्थित हिम्मतपुर सूजती गांव का श्मशान घाट। यह गांव दिल्ली-मेरठ हाईवे के पास है, और श्मशान घाट नदी किनारे स्थित है। तीन महीने पहले भी यहां अंतिम संस्कार के बाद चिताओं की अस्थियां (हड्डियां) रहस्यमय तरीके से गायब हो जा रही हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि यह सब तांत्रिक क्रिया के लिए किया जा रहा है। यहां मृतक जितेंद्र पुत्र धर्मवीर, उम्र 47 वर्ष, की बीते शुक्रवार को सुबह दस बजे चिता जलाई गई थी। परिवार के लोग अंतिम संस्कार कर घर लौट गए थे। लेकिन रात करीब दस बजे जब परिजन श्मशान घाट पहुंचे तो वहां का नज़ारा देखकर हैरान रह गए। चिता से अस्थियां गायब थीं… और उसी के पास दो उपले और एक जला हुआ दीया पड़ा मिला। परिजनों ने तुरंत गांव में इसकी सूचना दी, जिसके बाद दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रातभर श्मशान घाट पर पहरा दिया।
गांव वालों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई सामान्य चोरी नहीं बल्कि तांत्रिक क्रिया का हिस्सा लगती है। ऐसा लग रहा है कि कोई तांत्रिक काम करने के लिए चिता से अस्थियां निकाल ले गया। पहले भी दो बार ऐसा हो चुका है, लेकिन तब किसी ने ध्यान नहीं दिया था। गांव में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि तीन महीने पहले भी एक महिला और एक युवक की अस्थियां गायब हो चुकी हैं। लेकिन यह पहली बार है जब मौके से उपले और जला हुआ दीया मिला है, जिससे लोगों का शक और गहरा गया है। वही बहादुर की पत्नी की अस्थियो क़े साथ भी ऐसा ही हुआ। ग्राम प्रधान सनुज राठी ने बताया की प्रसाशन कों ध्यान देना चाहिए लगातार ग्रामीण भय में जी रहें है। इसकी जांच हों और यह पता लगाया जाएं की यह सब कौन कर रहा है।