Google Record-Breaking Earnings: गूगल का सुनहरा क्वार्टर! पहली बार $100 बिलियन पार, सुंदर पिचाई बोले – “AI ने बदल दी कंपनी की रफ्तार

Google Record-Breaking Earnings: गूगल ने हासिल किया $102 बिलियन राजस्व, AI और यूट्यूब बने ग्रोथ के नए इंजन हुई रिकॉर्ड तोड़ कमाई!

Google Record-Breaking Earnings: टेक्नोलॉजी की दुनिया में इतिहास रचते हुए गूगल ने वह मुकाम हासिल कर लिया है, जहां अब तक कोई नहीं पहुंचा था। सितंबर 2025 की तिमाही में कंपनी का राजस्व पहली बार $100 बिलियन के आंकड़े को पार कर गया। यह सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि इस बात का संकेत है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) अब गूगल की ग्रोथ का असली इंजन बन चुकी है। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस उपलब्धि को “ऐतिहासिक” बताया और कहा कि गूगल का हर प्रमुख सेक्टर — सर्च, यूट्यूब और क्लाउड — अब दो अंकों की वृद्धि दर्ज कर रहा है। आइए जानते हैं, गूगल की इस रिकॉर्ड ग्रोथ के पीछे कौन-सी रणनीति और तकनीक काम कर रही है।

AI पर दांव और 102 बिलियन डॉलर की ऐतिहासिक कमाई/Google Record-Breaking Earnings

अल्फाबेट इंक. (Alphabet Inc.) ने सितंबर 2025 तिमाही में 102.35 बिलियन डॉलर (₹9.06 लाख करोड़) का राजस्व अर्जित किया। यह पहली बार है जब किसी तिमाही में कंपनी ने 100 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया हो। सुंदर पिचाई ने कहा, “यह हमारी AI-फोकस्ड स्ट्रेटेजी की जीत है। पांच साल पहले जहां तिमाही राजस्व लगभग 50 बिलियन डॉलर था, वहीं अब यह दोगुना हो चुका है।” पिचाई के अनुसार, गूगल का “AI फुल-स्टैक एप्रोच”— यानी उत्पाद विकास से लेकर यूजर अनुभव तक हर स्तर पर AI का समावेश, कंपनी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त दे रहा है। यही कारण है कि अब गूगल सिर्फ विज्ञापनों पर नहीं, बल्कि क्लाउड और AI समाधानों से भी विशाल राजस्व कमा रहा है।

Gemini, Veo और Nano जैसे AI मॉडल बने ताकत का स्तंभ

गूगल की AI ग्रोथ की रीढ़ उसके अत्याधुनिक मॉडल हैं- Gemini 2.5 Pro, Veo (वीडियो जनरेशन प्लेटफॉर्म), Genie 3 और Nano (ऑन-डिवाइस AI सिस्टम)। पिचाई ने बताया कि अब तक 1.3 करोड़ से अधिक डेवलपर्स गूगल के AI टूल्स और APIs का उपयोग कर रहे हैं। इससे न सिर्फ डेवलपर इकोसिस्टम मजबूत हुआ है, बल्कि गूगल का AI प्लेटफॉर्म टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक मानक बन गया है। कंपनी जल्द ही Gemini 3 लॉन्च करने जा रही है, जिसे अब तक का सबसे एडवांस्ड मल्टीमॉडल AI मॉडल बताया जा रहा है। इससे गूगल की उत्पादकता सेवाएं, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपर टूल्स को नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।

AI सर्च और ओवरव्यूज से बढ़ा यूजर बेस

गूगल (Google) ने अपने सर्च इंजन को AI की शक्ति से पूरी तरह रूपांतरित कर दिया है। अब सर्च परिणाम पहले से कहीं ज्यादा व्यक्तिगत और प्रासंगिक हैं। कंपनी ने ‘AI ओवरव्यूज’ और ‘AI मोड’ जैसी सुविधाएं लॉन्च की हैं, जो 40 भाषाओं में उपलब्ध हैं और रोज़ाना करीब 7.5 करोड़ उपयोगकर्ता इनका उपयोग कर रहे हैं। सुंदर पिचाई के मुताबिक, इन फीचर्स से गूगल सर्च की एंगेजमेंट रेट और क्लिक-थ्रू टाइम में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। यह साबित करता है कि गूगल ने AI को न सिर्फ अपने उत्पादों में शामिल किया है, बल्कि यूजर अनुभव को भी इससे जोड़ दिया है जिससे कंपनी को सीधी व्यावसायिक बढ़त मिली है।

YouTube Shorts बना नया रेवेन्यू इंजन

गूगल की ग्रोथ, (Google Growth)में यूट्यूब का योगदान भी अहम रहा। सुंदर पिचाई ने बताया कि यूट्यूब पिछले दो सालों से अमेरिका में स्ट्रीमिंग वॉच टाइम के मामले में नंबर 1 प्लेटफॉर्म है। दिलचस्प बात यह है कि YouTube Shorts अब पारंपरिक वीडियोज़ की तुलना में प्रति वॉच आवर अधिक राजस्व दे रहा है। इससे जाहिर होता है कि शॉर्ट वीडियो कंटेंट का दौर पूरी तरह हावी हो चुका है, और गूगल ने इस बदलाव को पहले ही भांप लिया था। AI-सक्षम रिकमेंडेशन सिस्टम और कंटेंट पर्सनलाइजेशन ने यूट्यूब को न सिर्फ दर्शकों का पसंदीदा बनाया, बल्कि कंपनी के लिए एक मजबूत राजस्व स्रोत के रूप में भी स्थापित किया।

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